हैदराबाद के बारे में फ़ैसला मुश्किल मरहला

तेलंगाना पर फ़ैसला हैदराबाद के इर्द गिर्द घूम रहा है। तेलंगाना की नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट ने मद्रास और मुंबई की मिसाल पेशे नज़र रखते हुए फ़ैसला का मुतालिबा किया, जब कि ग़ुलाम नबी आज़ाद ने चन्दीगढ़ की मिसाल क्यों नज़र अंदाज करदेना चाहीए पर इस्तिफ़सार किया। पाँच दिन तक पार्लीमैंट में तेलंगाना की आवाज़ गूंजने के बाद कांग्रेस हाई कमान ने तेलंगाना पर किसी ना किसी फ़ैसला का क़सद करलिया है।

मर्कज़ी वज़ीर-ए-सेहत-ओ-इंचार्ज आंधरा प्रदेश कांग्रेस उमूर मिस्टर ग़ुलाम नबी आज़ाद को आंधरा प्रदेश के कांग्रेस अरकान-ए-पार्लीमैंट से बातचीत करने की हिदायत दी गई है। सीमा। आंधरा की नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट ने रियासत की तक़सीम की मुख़ालिफ़त की है।

अलहदा तेलंगाना रियासत की तशकील अगर कांग्रेस की मजबूरी है तो हैदराबाद को दोनों रियास्तों का सदर मुक़ाम बनाने का मश्वरा दिया। तेलंगाना की नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट ने हैदराबाद के साथ अलहदा तेलंगाना रियासत की तशकील का मुतालिबा किया। जब आज़ाद ने सीमा।

आंधरा की नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट की जानिब से पेश की गई तजवीज़ को तेलंगाना की नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट के सामने पेश किया तो तेलंगाना के अरकान-ए-पार्लीमैंट ने कहा कि जब मद्रास हुक्मरानी से आंधरा को अलहदा किया गया तो मद्रास आंधरा का हिस्सा नहीं बना।

इलावा अज़ीं गुजरात को अलहदा किया गया तो मुंबई को महाराष्ट्रा में ही रखा गया। फिर क्यों अलहदा तेलंगाना रियासत की तशकील पर हैदराबाद को दोनों इलाक़ों का सदर मुक़ाम बनाया जाएगा?। उन्हों ने कहा कि हैदराबाद सदर मुक़ाम के साथ साथ हैदराबाद एक अलहदा रियासत थी, इस को 1956 -में सीमा।

आंधरा के साथ मिलाया गया। तेलंगाना के अवाम हैदराबाद के साथ अलहदा रियासत चाहते हैं। ग़ुलाम नबी आज़ाद ने तेलंगाना के कांग्रेस अरकान-ए-पार्लीमैंट को बताया कि पंजाब और हरियाणा की तक़सीम के मौक़ा पर दोनों रियास्तों का सदर मुक़ाम चन्दीगढ़ को मुशतर्का सदर मुक़ाम बरक़रार रखा गया, लिहाज़ा इस मिसाल को भी पेशे नज़र रखने की ज़रूरत है।