हैदराबाद में एक हज़ार ख़ानदानों को आटोज़ की फ़राहमी की स्कीम

तेलंगाना हुकूमत ग्रेटर हैदराबाद के हुदूद में 1000 ग़रीब ख़ानदानों को मआशी पसमांदगी से नजात दिलाने और ख़ुद रोज़गार स्कीम से वाबस्ता करने के लिए ऑटो फ़राहम करने की स्कीम तैयार कररही है।

इस स्कीम के तहत अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन से ऑटो की मालियत का 50 फ़ीसद बतौर सब्सीडी दिया जाएगा जबकि 50 फ़ीसद रक़म किसी बैंक से बतौर क़र्ज़ फ़राहम की जाएगी। उम्मीदवार को सिर्फ़ बैंक का क़र्ज़ ही अदा करना होगा जबकि सब्सीडी की रक़म बतौर इमदाद रहेगी।

इस स्कीम से अंदरून एक साल ग़रीब ख़ानदान से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद ऑटो के मालिक बन सकते हैं। स्पेशल सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील ने कमिशनर ट्रांसपोर्ट को मकतूब रवाना करते हुए ग्रेटर हैदराबाद के हुदूद में 1000 आटोज़ के परमिट की इजाज़त तलब की है।

महिकमा ट्रांसपोर्ट की तरफ से परमिट की इजराई के बाद स्कीम के क़वाइद को तए किया जाएगा और बाक़ायदा तौर पर दरख़ास्तें तलब की जाएंगी। अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन की बैंकों से मरबूत क़र्ज़ पर सब्सीडी इजराई स्कीम के तहत आटोज़ फ़राहम करने की मुनफ़रद स्कीम शुरू करने का फ़ैसला किया गया है।

मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन प्रोफेसर एसए शकूर ने इस स्कीम से मुताल्लिक़ नोट स्पेशल सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद को हवाले किया जिस के बाद सय्यद उम्र जलील ने कमिशनर ट्रांसपोर्ट को मकतूब रवाना किया है। एक ऑटो की मालियत तक़रीबन एक लाख 40 हज़ार होती है इस में 50 फ़ीसद रक़म बतौर सब्सीडी जारी की जाएगी और माबक़ी रक़म किसी बैंक से हासिल करने के लिए फाइनैंस कारपोरेशन बैंक की निशानदेही करेगा।

महिकमा ट्रांसपोर्ट की तरफ से आटोज़ के लिए परमिट हासिल करना ज़रूरी है क्युंकि महिकमा की तरफ से आटोज़ की इजाज़त के सिलसिले में हद मुक़र्रर है। मुक़र्ररा तादाद से ज़्यादा आटोज़ को चलाने की इजाज़त नहीं दी जा सकती लिहाज़ा महिकमा अक़लियती बहबूद ने महिकमा ट्रांसपोर्ट से इजाज़त तलब की है। हुकूमत साल 2014-15 के बजट से इस स्कीम पर अमल आवरी का मंसूबा रखती है और एक हज़ार अफ़राद को ऑटो फ़राहम करने से तक़रीबन 6.5 करोड़ के ख़र्च का अंदाज़ा है। हुकूमत ने अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन को सब्सीडी से मुताल्लिक़ स्कीम के लिए 2014-15 में 82करोड़ 40 लाख रुपये मुख़तस किए थे जिस के लिए अभी तक जारी करदा रक़म फाइनैंस कारपोरेशन के पी डी एकाऊंट में महफ़ूज़ है।

मालीयाती साल के इख़तेताम के बावजूद ये रक़म कारपोरेशन के पास महफ़ूज़ रहेगी जिस से स्कीम पर अमल आवरी की जा सकती है। स्पेशल सेक्रेटरी ने बताया कि हुकूमत ख़ुद रोज़गार स्कीम के तहत ग़रीब ख़ानदानों को ख़ुद मुकतफ़ी बनाने के लिए इस मुनफ़रद स्कीम का मंसूबा रखती है।

महिकमा ट्रांसपोर्ट से इजाज़त के हुसूल के फ़ौरी बाद स्कीम का एलान कर दिया जाएगा। मौजूदा सब्सीडी की स्कीम के तहत कई उम्मीदवारों ने ऑटो की ख़रीदी के सिलसिले में दरख़ास्तें दाख़िल की हैं इन दरख़ास्तों को मज़कूरा स्कीम के तहत मुंतक़िल कर दिया जाएगा।