ख़ानगी स्कूल की लापरवाही से कम-सिन ज़ैनब लिफ़्ट में कुचली गई

हैदराबाद 18 नवंबर: दिलसुखनगर के एक ख़ानगी स्कूल में पेश आया एक चार साला लड़की लिफ़्ट में इस वक़्त कुचली गई जब उस का सर लिफ़्ट के दरवाजे में फंस गया, जिसके फ़ौरी बाद स्कूल के प्रिंसिपल शालीनी और टीचर सरोजा को गिरफ़्तार कर लिया गया।

इस ख़ानगी स्कूल इंतेज़ामीया का ज़ोनल इंचार्ज सतीश वाक़िये के फ़ौरी बाद फ़रार हो गया जिसकी तलाश जारी है। तफ़सीलात के मुताबिक़ रैन बाज़ार याक़ूतपूरा एक साकिन सय्यद एजाज़ हुसैन जाफ़री और तहसीन हुसैन जाफ़री की 4 साला बेटी सय्यदा ज़ैनब फ़ातिमा मलकपेट रेवेन्यू बोर्ड कॉलोनी में वाक़्ये श्री चैतन्य इंटरनेशनल स्कूल स्टार किड्स में ज़ेर-ए-ताअलीम थी।

इस वाक़िये के बाद ना सिर्फ ग़मज़दा ख़ानदान के अरकान बल्कि दुसरे तलबा के वालिदैन और मुक़ामी अवाम ने सख़्त एहतेजाज का आग़ाज़ कर दिया। डिप्टी कमिशनर पुलिस (ईस्ट ज़ोन) ए रवींद्र ने पी टी आई से कहा कि स्कूल प्रिंसिपल शालीनी और टीचर सरोजा को ग़फ़लत-ओ-लापरवाही के तहत गिरफ़्तार कर लिया गया है।

डी सी पी ने कहा कि मुतवफ़्फ़ी लड़की के वालिदैन की शिकायत पर स्कूल इंतेज़ामीया , प्रिंसिपल और टीचर के ख़िलाफ़ हिन्दुस्तानी ताज़ीरी ज़ाबता की दफ़ा 304-A के तहत मुक़द्दमा दर्ज कर लिया गया है।

4 साला ज़ैनब की मौत का सबब बनने वाला ये हादसा उस वक़्त पेश आया जब ज़ैनब दुसरे 7 तलबा और एक टीचर के साथ ग्रांऊड फ़्लोर से तीसरी मंज़िल पर जाने वाली लिफ़्ट में दाख़िल हुई थी। मलकपेट के इन्सपेक्टर ए गंगा रेड्डी ने कहा कि लिफ़्ट में तलबा जगह के लिए एक दूसरे को ढकेल रहे थे और एक दूसरे के बयागस खींच रहे थे, इस दरमियान ज़ैनब का हाथ लिफ़्ट के आहनी जाल से बने हुए दरवाजे में फंस गया, इस दौरान किसी ने ऊपर जाने के लिए लिफ़्ट का बटन दबा दिया और लिफ़्ट चलना शुरू हो गया, जिसके नतीजे में कम-सिन ज़ैनब का एक हाथ और सर लिफ़्ट और पहले फ़्लोर के छत के दरमियान कुचला गया।

वाक़िये के फ़ौरी बाद पुलिस ने डिस्ट्रिक्ट एजूकेशनल ऑफीसर (डी ई ओ) को तलब कर लिया और वाक़िये के बारे में तफ़सीलात से वाक़फ़ीयत हासिल की और स्कूल इंतेज़ामीया की लापरवाही से कम-सिन तलबा की जानों को लाहक़ ख़तरात से महफ़ूज़ रखने के लिए इक़दामात की हिदायत की।

बताया जाता हैके गै़रक़ानूनी तौर पर चलाए जा रहे इस स्कूल को महिकमा तालीम के ओहदेदारों ने मोहर बंद कर दिया और स्कूल में तक़रीबन 150 तलबा ज़ेर-ए-तालीम थे जिन्हें दुसर स्कूलों में मुंतक़िल किया जा रहा है।