फ़र्ज़ी एनकाउंटर केस : आठ पुलिस मुलाज़मीन मुजरिम

लखनऊ, 31 मार्च (पी टी आई) आठ पुलिस वालों को यहां की एक ख़ुसूसी सी बी आई अदालत ने ज़िला गोंडा के 31 साल पुराने फ़र्ज़ी एनकाउंटर केस में मुजरिम क़रार दिया है, जिस में 13 अफ़राद बिशमोल एक डिप्टी सुपरिटेंडेंट आफ़ पुलिस हलाक हुए थे।

स्पैशल सी बी आई जज राजेंद्र सिंह ने आठ मुल्ज़िमीन को कल मुजरिम पाया और सज़ा के ताय्युन के लिए 5 एप्रैल की तारीख़ मुक़र्रर की है। एक पुलिस मुलाज़िम प्रेम सिंह को इल्ज़ामात मंसूबा से बरी कर दिया गया। मजमूई तौर पर 19 पुलिस मुलाज़मीन इस केस में मुल्ज़िमीन थे जिन में से 10 ट्रायल के दौरान मुर्ग़ए।

डिप्टी एस पी और सर्कल ऑफीसर के पी सिंह और 12 दीगर अफ़राद मार्च 1982 में मौज़ा माधव पुर में पेश आए फ़र्ज़ी सुपरिटेंडेंट में मारे गए थे। पुलिस ने इब्तिदा-ए-में दावा किया था कि सिंह को मुजरिमीन ने हलाक किया, लेकिन उनकी बीवी वीभा सिंह को मामला मशकूक नज़र आया और वो सुप्रीम कोर्ट से रुजू हुईं, जिस ने सी बी आई इंकुआयरी का हुक्म दिया। सी बी आई ने 19 पुलिस मेन के ख़िलाफ़ चार्ज शीट दाख़िल की जिन में से 10 ट्रायल के दौरान मुर्ग़ए।