फ़िलिस्तीनी क़ब्रिस्तान पे इजराइल दे रहा है बीयर पार्टी

रामल्लाह: इजराइल दुनिया के उन चंद मुल्कों में से है जिसकी बुनियाद में ही धर्म है और इस मुल्क के बनने का बहाना ये था कि इसके मुल्क के लोगों को अडोल्फ हिटलर जैसे लोगों ने सताया था. ये बात सही भी मानी जाती है कि हिटलर ने यहूदियों को परेशान किया था लेकिन इजराइल के बनने के बाद से जिस तरह से इजराइल की सरकार ने बाक़ी धर्म के लोगों को परेशान किया है वो शायद हिटलर के सताने से भी ज़्यादा ख़तरनाक है. इजराइल जो कि आतंकवाद को फैलाने का काम करता है और कई बड़े नेताओं की हत्याओं में शामिल रहा है एक ऐसा देश है जहां पर मानव अधिकारों की बात धर्म देख के करनी पड़ती है.

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फ़िलिस्तीनी लोगों की ज़मीनों को क़ब्ज़ा करने के इलावा इजराइल ने अरबों का क़त्ल-ए-आम किया है. ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से ही क़ब्ज़ा किये गए जेरुसलम में स्थित मुस्लिम क़ब्रिस्तान मामन अल्लाह को पार्क बनाने के बाद अब इजराइल उसमें शराब की पार्टी करवा रहा है. सातवीं शताब्दी में बने इस क़ब्रिस्तान में पैग़म्बर मोहम्मद के साथियों की भी क़ब्रें मौजूद हैं. फ़िलिस्तीनी कार्यकर्ताओं ने इस मामले में सख्त नाराज़गी जताई है.
ये सोचने की ही बात है कि जो इजराइल किसी ज़माने में अपनी धार्मिक स्वतंत्रता के लिए लड़ रहा था आज वो ख़ुद किसी दूसरे मज़हब के लोगों की आस्था को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है.