मर्कज़ी पुलिस फ़ोर्स केलिए योगा का लज़िम

 

नई दिल्ली: गुज़िश्ता 3 साल के दौरान जुमला 228 सी आर पी एफ के जवानों ने ख़ुदकुशी करली है जबकि हुकूमत का कहना है कि जारिया साल के आग़ाज़ से नियम फ़ौजी दस्तों से योगा को लाज़िम करदिया गया है। मुमलिकती वज़ीर दाख़िला मिस्टर किरण रिजीजू ने आज राज्य सभा में एक तहरीरी जवाब में बताया कि दस्तियाब आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ 228 सी आर पी एफ जवानों ने ख़ुदकुशी करली जबकि बेशतर वाक़ियात में शख़्सी और घरेलू मसाइल , अज़दवाजी ज़िन्दगी में नाचाक़ी , ज़ाती मुख़ासमत और ज़हनी तना के बाइस पेश आए हैं और बाज़ केसों में काम से मुताल्लिक़ दबा भी शामिल है।

उन्होंने बताया कि सी आर पी एफ 3 लाख नफ़ूस पर मुश्तमिल है जो कि मर्कज़ी हुकूमत के ज़ेरे निगरानी मुल्क का सब से बड़ी मुसल्लह पुलिस फ़ोर्स है। मुमलिकती वज़ीर दाख़िला ने कहा कि सी आर पी एफ , बी एस एफ और सी आई एस एफ, आई टी बी पी, एस एस बी , एन एस जी को हिदायत दी है कि ज़हनी तना पर क़ाबू पाने और तंदरुस्ती केलिए हर रोज़ योगा की मश्क़ करवाई जाये।