12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात से मुसलमानों में इन्क़िलाबी तबदीली मुम्किन

हैदराबाद 12 दिसंबर: आमिर अली ख़ां न्यूज़ एडीटर सियासत ने कहा कि 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात की मुहिम एक ग़ैर सियासी तहरीक है, जो सिर्फ मुसलमानों और मिल्लत के मुफ़ाद के लिए चलाई जा रही है।जोगीपेट मुस्लिम जवाइंट एक्शण कमेटी की तरफ से बमुक़ाम बहादुर ख़ान फंक्शन हाल अरशद मुहीउद्दीन रिपोर्टर सियासत की सदारत में मुनाक़िदा जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए उन्होंने कहा कि टी आर एस ने अपने चुनाव मंशूर में मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने का वादा किया था कि इक़तेदार हासिल होने के अंदरून चार माह मुसलमानों को तहफ़्फुज़ात फ़राहम कर दिया जाएगा, ताहम 18 माह गुज़रने के बावजूद मुसलमानों से किया गया वादा पूरा नहीं किया।

उन्होंने हुकूमत से मुतालिबा किया कि अपने वादे को पूरा करे और इस के बाद ही सरकारी जायदादों पर तक़र्रुत करे। उन्होंने कहा के हुकूमत ने एक लाख से ज़ाइद सरकारी तक़र्रुत का एलान किया है, जबके 15 हज़ार से ज़ाइद जायदादों पर तक़र्रुत का आलामीया भी जारी कर दिया गया। अगर मुसलमानों को तहफ़्फुज़ात फ़राहम किए गए तो 16 हज़ार सरकारी मुलाज़िमतें मुसलमानों को हासिल होंगी और तालीमी शोबे में 280 मेडिकल नशिस्तों के अलावा हज़ारों मुस्लिम तलबा इंजीनीयरिंग कॉलेजस में दाख़िला हासिल कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि हुकूमत पर जमहूरी अंदाज़ में दबाओ डालने के लिए रियासत के मुस्लमान अपने इत्तेहाद का सबूत दें, ताके मुसलमानों की तालीमी और मआशी पसमांदगी दूर हो सके।उन्होंने कहा कि सुधीर कमीशन मुसलमानों को तहफ़ज़ात फ़ारहम करने की सिफ़ारिश नहीं करसकता बल्कि मुसलमानों को तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने की सिफ़ारिश सिर्फ बी सी कमीशन है। और बी सी कमीशन की क़ियाम ही से टी आर एस हुकूमत मुसलमानों से किए गए अपने वादे को पूरा कर सकती है।

आमिर अली ख़ां ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ ने 9 वीं शेडूल में तरमीम करवाकर मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने का एलान किया है, जब कि मर्कज़ में बी जे पी हुकूमत है, लिहाज़ा मर्कज़ी हुकूमत से मुस्लमान कोई अच्छी उम्मीद नहीं रख सकते।