2000 रुपये के नए नोटों की बड़े पैमाने पर ब्लैक विपणन

हैदराबाद 17 नवंबर: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 2000 रुपये की नई नोटों की बड़े पैमाने पर ब्लैक मार्केटिंग हो रही है। इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के बाद हैदराबाद के 24 और विजयवाड़ा, गुंटूर, करनूल के 13 वाक्यांश 37 बैंक के उच्च अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है।

बैंक अधिकारियों की ओर से 25 से 40 प्रतिशत कमीशन स्वीकार करते हुए बड़े बाबुओं को भारी मात्रा में नई मुद्रा जारी करने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, गरीब जनता जाएं तो जाएं कहां और किस को अपनी फरियाद सुनाए। 500 और 1000 रुपये के नोट की अचानक हटाए जाने के बाद पूरे देश में अराजकता का माहौल है।

ज़िन्दगी के गुजर बसर के लिए लाखों लोग एटीएम और बैंकों के सामने 2 हजार, 4 हजार और 10 हजार रुपये प्राप्त हुए घंटों भूखे प्यासे पंक्तियों में ठहर रहे हैं हालांकि धनवान लोग अपने प्रभाव और बैंक के उच्च अधिकारियों से संबंध भरपूर फायदा उठाते हुए बिना रकम जुटा लाखों नहीं बल्कि करोड़ों रुपये हासिल करने की रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने प्रारंभिक जांच में पहचान की है।

10 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के बड़े नोटों को रद्द करने का घोषणा दूसरे दिन बैंकों को छुट्टी दी गई, तीसरे दिन से एटीएम से 2000 रुपये के नोट बदलने के लिए 4000 रुपये और बैंक खातों से 10 हजार रुपये के नोट निकालने की सीमा निर्धारित की गई हालांकि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के सभी बड़े शहरों में पहले दिन 40 प्रतिशत 13 नवंबर तक 25 से 30 प्रतिशत कमीशन प्राप्त करते हुए लाखों, करोड़ों रुपये जारी करने की शिकायतें प्राप्त हुईं।

सेंट्रल इंटेलिजेंस ने दोनों राज्यों के प्रमुख शहरों में कोमेाए हुए बैंकों के पास चुपके से नजर रखी थी और 2 हजार रुपये के नोटों की ब्लैक विपणन केंद्र सरकार को रिपोर्ट पेश की जिसके बाद आरबीआई ने हैदराबाद के विभिन्न बैंकों के 24 आंध्र प्रदेश के तीन शहरों विजयवाड़ा, गुंटूर और करनूल के 13 वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी। बेगमपेट में एक खानगी बैंक से भारी नकदी लेनदेन हुआ है।
राहत बैंकों से राजनीतिक नेताओं अपने काला धन को नियमित राशि में परिवर्तित कर रहे हैं।

केंद्रीय विभाग वित्त 2 हजार के नोटों की इजराई और वितरण गहराई से समीक्षा रही है। दिलसुखनगर के पास सिंडिकेट बैंक के दो कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस बैंक से फर्जी प्रमाण पत्र पेश करते हुए 50 लाख रुपये निकाले गए हैं जुबलीहिल्स के एक बैंक के चीफ मैनेजर ने अपने दोस्त रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े व्यापारी को 25 प्रतिशत कमीशन पर ढाई करोड़ रुपये का भुगतान करने की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं।

इतनी बड़ी रकम बैंक से निकालने का रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया समीक्षा कर रहा है। नेल्लोर के एक बैंक से वरिष्ठ प्रबंधक ने एक व्यापारी को 2 करोड़ रुपये शामिल राशि 100 रुपये के नोटों में जारी की है। कई बैंकों में चिलर की कमी होने का बहाना करते हुए बैंकों की द्वारा से जनता के हाथों में 2 हजार के नोट्स थमादी जा रही है उसकी भी जांच की जा रही है।