2002 गुजरात बम धमाके में एक और मुसलमान गिरफ्तार

अहमदाबाद: गुजरात एटीएस ने आज उस शख्स को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया जिसने गोधरा दंगे के बाद रियासत के मुख्तलिफ हिस्सों में हुए पांच बम धमाको में अहम किरदार निभाया था एटीएस की ओर से जारी एक प्रे रिलीज़ में कहा गया है कि मोहम्मद इरफान कुरैशी गुजश्ता 13साल से फरार था और उसे मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के एक गांव से वहां मौजूद होने की एक खुफिया इत्तेला की बुनियाद पर गिरफ्तार किया गया.

इसमें कहा गया है कि कुरैशी की उम्र 40 से 50 साल के दरमियान है. उसने मुबय्यना तौर पर 2002 में हुए कई धमाको में अहम किरदार निभाया था थी जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी और दिगर कई ज़ख्मी हो गए थे.

एटीएस के मुताबिक कुरैशी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले का रहने वाला है. वह अहमदाबाद से करीब 125 किलोमीटर के फासले गोधरा में बस गया था. वह वहां कालीन बेचकर अपबी ज़िंदगी गुजारता था. 2002 के दंगों के बाद वह यूसुफ घीताली नाम के एक शख्स के राबिते में आया और मुबय्यना तौर पर गोधरा में ट्रेन आतिशजदगी के बाद भडके फिर्कावाराना दंगों में मुसलमानो के क़त्ल का बदला लेने के लिए कई बम लगाने की एक मुहिम योजना बनायी.

एटीएस ने कहा कि वह मथुरा गया और वहां से बम बनाने में इस्तेमाल होने वाले मवाद (Materials) कालीन में लपेटकर गोधरा भेजा. गोधरा लौटने के बाद उसने बम बनाने का दूसरे लोगो को ट्रेनिंग दिया.

एटीएस ने कहा कि कुरैशी और दिगर ने पांच मुकामात पर बम लगाये और उनमें धमाका किया जिसमें एक गोधरा में एक बस के अंदर, एक गोधरा के पास मेहलोल में खडे स्कूटर में, एक पास के लुनावाडा नगर में वेस्पा स्कूटर में, एक पंचमहल जिले के देलोल गांव में मोटरसाइकिल में और पांचवां खेडा जिले के थसरा गांव में एक बस के अंदर लगाया गया था.

एजेंसी ने कहा कि धमाके के बाद कुरैशी उत्तर प्रदेश के अपने आबाई गांव भाग गया जबकि दिगर 12 पकडे गए. भागते वक्त गिरफ्तारी से बचने के लिए वह हिंदुस्तान के कई हिस्सों में रहा. शहडोल से मिली खबर के मुताबिक मुकामी पुलिस थाने के इंस्पेक्टर राजेश मिश्र ने बताया कि कुरैशी वहां पर गुजश्ता तीन साल से रह रहा था और वह अपनी ज़िंदगी चादर और कंबल बेचकर चलाता था.