2017 के पंजाब इलेक्शन पर आँखें गढ़ाकर बैठे केजरीवाल।

90 से 100 सीटों तक जीतने की आस जता रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली की तरह हमें पंजाब से भी काफी उम्मीद लग रही है। बीजेपी और कांग्रेस तो सिर्फ पंजाब के लोगों को नशा की लत में उड़ेलने का काम कर रहे है। ऐसा लगता है है कि यह दोनों सरकार आपस में मिली हुई है क्यूंकि जब केंद्रीय सरकार की तरफ से बीजेपी-अकाली सरकार के मंत्री मजीठिया पर सीबीआई जांच के आदेश दिए गए तो केप्टन अमरिंदर सिंह ने उस पर रोक लगवा दी और अकालियों के राज के दौरान कैप्टन पर कई आरोप लगने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार नही गया। आजकल लोगों में आप पार्टी में बढ़ रहे रुझान को देखकर कैप्टन कहते है की उन्हें सपने में मेरा भूत दिखाई देता है कि अब मैं पंजाब में भी अपने पैर ज़माने आ रहा हूँ। बीजेपी सरकार के काम करने के तरीके बारे में पूछने पर केजरीवाल एक उदारहण देते कहते है की मान लीजिये भारत सरकार के दो बेटे है केंद्र सरकार बड़ा और राज्य सरकार छोटा तो आपस में दोनों की नोकझोंक चलती ही रहती है। छोटा बेटा पढ़ रहा हो तो बड़ा आकर, कभी पेंसिल तो कभी कॉपी छीन लेता है और उस पर छोटा कहता है कि भैया, मुझे भी पढ़ने दो और आप भी पढ़ो। नही तो इम्तिहान में फेल हो जाओगे।