61 वी बरसी पर याद किए गए हॉकी खिलाड़ी शहीद बदरूद्दीन खाँ

शम्स तबरेज़, सियासत ब्यूरो।
लखनऊ: गाज़ीपुर के कमसारों बार खित्ते में हॉकी खिलाड़ी शहीद बदरूद्दीन खाँ की शक्सियत को कौन नहीं जानता। उनको इस दुनियाँ से गए 61 साल बीत गए है, लेकिन ऐसा लगता है, जैसे वो अपने मज़ारे पाक से उठ खड़े होंगे। हर साल 23 जनवरी को उनकी बरसी होती है। शहीद बदरूद्दीन की 61 वी बरसी पर सोमवार को उनके पोते शहाबुद्दीन ने गाज़ीपुर ज़िले के दिलदार नगर स्थित एसकेबीएम कालेज के कैंपस में उनकी मज़ार शरीफ पर चादरपोशी की और फतिहा पढ़ा।

इस दौरान उनके पोते शहाबुद्दीन खाँ उनकी तारीख पर रौशनी डाली। खेल प्रेमियों के लिए आदर्श माने वाले शहीद बदरूद्दीन खाँ को आज भी उनके बेहतरीन खेल के लिए याद किया जाता है। हॉकी खेलने का उनका अंदाज इस इतना निराला था, कि जब गेंद उनकी स्टिक से लगती थी तो मानो वो आगे—आगे और गेंद उनके पीछे—पीछे हो जाती थी, लेकिन खेल के मैदान में ही विरोधी टीम की तरफ से धोखे से उनपर हमला कर दिया, जिसकेे बाद उनकी मौत हो गई। खेल के मैदान में एक खिलाड़ी के साथ किया गया ये सुलूक खेल भावना और खेल की गरीमा को चोटिल करने वाला था, लेकिन बदरूद्दीन को इतिहास ने अमर कर दिया।

बीते साल 30 दिसम्बर को मुगलिया सल्तनत के मनसबदार दीनदार खाँ की याद में दिलदार नगर गांव में का जमानियाँ विधानसभा के मौजूदा विधायक और वर्तमान अखिलेश सरकार में पूर्व पर्यटन मंत्री रहे ओम प्रकाश सिंह ने ‘दीनदार म्यूजियम’ का शिलान्यास किया। उसी समय दीनदार खाँ के वशंज नसीम रज़ा, एसकेबीएम कालेज के प्रबंधक गुलाम मज़हर खाँ और शहीद बदरूद्दीन के पोते शहाबुद्दीन खाँ ने शहीद बदरूद्दीन की याद में एसकेबीएम के मैदान पर शहीद बदरूद्दीन मेमोरियल स्टेडियम बनाने का मांगपत्र ओमप्रकाश सिंह को दिया और उनके मज़ार शरीफ का सुन्दरीकरण कराने की गुज़ारीश की। इस मौके पर ओमप्रकाश ने ग़ाज़ीपुर में स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स के रूप मे साईं सेन्टर खोलने का आश्वाषन दिया।

शहीद बदरूद्दीन की 61वी बरसी पर एनसीसी और स्काउट गाईड के बच्चों ने सलामी भी दिया। इस मौके पर नसीम रज़ा खाँ, एसकेबीएम के प्रबंधक गुलाम मज़हर खाँ प्रिंसिपल आसिफ़ खाँ और इलाके के कई नामचीन लोगों ने शिरकत की।