64 सासंदो और विधायकों पर अपहरण और अपराधिक मामले, बीजेपी है नंबर वन!

2014 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वे अपने कार्यकाल में कोशिश करेंगे कि संसद आपाराधिक छवि वे सांसदों से मुक्त हो जाए। उन्होंने कहा था कि वह ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन लेने से नहीं हिचकेंगे।

मौजूदा केंद्र सरकार ने चार साल से ज्यादा का कार्यकाल पूरा कर लिया है. ऐसे में एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (न्यू) एक ऐसी रिपोर्ट जारी की है जो हर राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय है।

रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कम से कम 16 सांसदों और विधायकों के खिलाफ अपहरण से संबंधित आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह भारत में किसी भी राजनीतिक दल से सबसे ज्यादा है।

मौजूदा 4,867 सांसदों और विधायकों की ओर से दाखिल हलफनामों के एक विश्लेषण से यह खुलासा हुआ है. चुनाव एवं राजनीतिक सुधारों के लिए काम करने वाली एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा सोमवार को यह निष्कर्ष जारी किया गया।

निष्कर्ष में कहा गया है कि 770 सांसदों और 4,086 विधायकों के हलफनामों से यह खुलासा हुआ कि 1,024 या कुछ 21 फीसदी देश के सांसदों-विधायकों ने यह घोषित किया है कि उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

इसमें से 64 ने अपने खिलाफ अपहरण से संबंधित मामलों की घोषणा की है। इसमें से 17 विभिन्न राजनीतक दलों से ताल्लुक रखते हैं, जबकि चार निर्दलीय हैं।