पंजाब में बनेगी कांग्रेस की सरकार- सर्वे

नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों से चुनावी रण में हारने वाली कांग्रेस की इसबार पंजाब में किस्मत बदल सकती है। इंडिया टुडे-एक्सिस के एक ओपिनियन पोल के मुताबिक अगले साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 49 से 55 सीटें मिलने की संभावना है। इस चुनाव पूर्व सर्वे के मुताबिक इसके बाद आम आदमी पार्टी होगी जिसे 42 से लेकर 46 तक सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस के पास 33 फीसदी जबकि आप के पास 30 फीसदी वोट जा सकते हैं।

117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा में स्पष्ट बहुमत के लिए 59 सीटों की जररूत होती है। ऐसे में अगर यह सर्वे ठीक निकलता है तो कांग्रेस बहुमत से कुछ सीट ही दूर होगी।पंजाब में ऐसी खबरे हैं कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू के आवाज-ए-पंजाब के साथ गठबंधन करने की तैयारी कर रही है। अगर वह इसमें सफल होती है तो संभव है कि पार्टी पूर्ण बहुमत का जादुई आंकड़ा छूने में कामयाब हो जाए।

ओपीनियन पोल के मुताबिक सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन का प्रदर्शन अगले चुनाव में सबसे खराब रहने वाला है। इसे 17-21 सीटें मिल सकती हैं। इसके पीछे राज्य में भ्रष्टाचार और नशे की समस्या को जिम्मेदार माना जा रहा है।

मुख्यमंत्री के चेहरे तौर पर लोगो ने किसी चुना

इस सर्वे में राज्य के एक तिहाई मतदाताओं ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को दोबारा मुख्यमंत्री के रूप में पसंद किया है। अमरिंदर सिंह 2002-2007 तक मुख्यमंत्री थे। वहीं 25 फीसदी मतदाताओं ने मौजूदा मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को सीएम के रुप में देखना चाहते हैं। लेकिन, आप के दूसरे नंबर पर रहने की संभावना के बावजूद अरविंद केजरीवाल को सिर्फ 16 फीसदी मतदाताओं ने मुख्यमंत्री के रूप में पसंद किया है। इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू और आप सासंद भगवंत मान को आठ-आठ फीसदी मतदाताओं ने मुख्यमंत्री के रूप में पसंद किया है।

इंडिया टुडे-एक्सिस के इस सर्वे में शामिल लगभग 76 फीसदी लोगों का कहना है कि अगले चुनाव में ड्रग्स की समस्या सबसे बड़ा मुद्दा होगी। लगभग 80 फीसदी लोगों ने पंजाब में नशे की समस्या के लिए नेताओं को जिम्मेदार बताया है. हालांकि, चार फीसदी उत्तरदाताओं ने इसे विपक्ष और एक फीसदी ने मीडिया की ओर से खड़ा किया गया मुद्दा बताया है। अगले चुनाव में कृषि उत्पादन में गिरावट और रोजगार में कमी का भी प्रमुख मुद्दा होगा।