कुछ लोग कैश के लिए तड़प रहे हैं और कुछ के पास भारी मात्रा में कैश निकल रहा है, ये भ्रष्टाचार नहीं तो क्या?

नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद जहाँ देशभर में सनसनी फैली है। वहीँ विदेशों में भी इस मुद्दे की चर्चा खूब जोरों-शोरों में हो रही है। इसी सन्दर्भ में अमेरिका के न्यूज़पेपर द वॉशिंगटन पोस्ट में नोटबंदी को पर आर्टिकल छपा है जिसमें लिखा गया है कि भारत में प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी का ऐलान करते वक़्त कहा था की इससे देश में लोगों के पास छिपा कालाधन बाहर आएगा लेकिन नए नोटों से ही भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं।

नोटबंदी के बाद लोगों से नए नोट पकडे जाने के मामलों का जिक्र इसमें किया गया है की अब तक 202,200,000 रुपए के 2000 के नए नोट पकड़े जा चुके हैं। जिसके तहत सिर्फ कर्नाटक और गोवा में ही 36 केस रजिस्टर हो चुके हैं। इस आर्टिकल में सरकार के खिलाफ ये सवाल उठाया गया है कि मोदीजी के मुताबिक नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा लेकिन अगर सच में ऐसा है तो फिर कुछ लोगों को लाइनों में भी लगकर कैश क्यों नहीं मिल रहा और कुछ के पास से भारी मात्रा में नया पैसा कैसे निकल रहा है ? इसके साथ इसमें ये भी बताया गया है कि जिस स्पीड से नोट छप रहे हैं उससे देश में नोटों की कमी आने वाले तीन महीनों में जाकर खत्म होगी।