रामायण कम्पीटीशन में 93% लेकर अव्वल आई मुस्लिम लड़की फ़तिमा।

कर्णाटक: देश में धर्म के नाम पर हो रहे भेद भाव के चलते एक मुस्लिम परिवार ने इन सब कुरीतियों को कैसे अपने बच्चों तक नही पहुंचने दिया  उसका उदारहण हमें आज देखने को मिला है जब मुस्लिम परिवार की बेटी ने हिन्दू धर्म ग्रंथ रामायण के एग्जाम में टॉप किया है। कर्नाटक के सुल्लीआपदावु में  सर्वोदय हाई स्कूल में 9 वीं कक्षा की फ़तिमाथ राहिला ने भारत संस्कृति प्रतिस्थान की तरफ से आयोजित एग्जाम में 93% नंबर लेकर अपने स्कूल और परिवार का नाम रोशन किया है। फ़तिमाथ के पिता से इस बारे में बात करने पर वह कहते है है कि हमें इस्लाम ने यह सिखाया है कि हम दूसरे मज़हबों और उनके लोगों की भी उतनी ही इज्जत करें जितना हम अपने मज़हब और उसके लोगों की करते है। इस्लाम एक ऐसा मज़हब है जो छोटे बड़े का भेद करना नही सिखाता जो कि हमारे बच्चों ने बच्चन से ही सीखा है। उन्होंने ने बताया की फ़तिमाथ रामायण और महाभारत में एक कोर्स करना चाहती थी जिसमे उसके अंकल ने भी उसका बहुत साथ दिया है।