भाजपा से नाता तोड़ने के बाद नायडू की अब मुसलमानों से करीब होने की कोशिश

हैदराबाद। एनडीए सरकार से अलग होने वाले तेलुगू दिशम पार्टी के प्रमुख एन चन्द्र बाबू नायडू ने दावा किया कि राज्य के मुसलमानों ने हमेशा तेलुगु दिशम पार्टी का समर्थन किया है। लेकिन भाजपा से गठबंधन के कारण मुसलमान तेलुगु दिशम से खुश नहीं थे।

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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मुसलमानों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने तेलुगु दिशम पार्टी के अल्पसंख्यक क्षेत्र के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने घोषणा किया कि मुसलमानों के रिजर्वेशन के लिए दिल्ली में विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा “हम खुद को एनडीए के सदस्य के रूप में समझा और उम्मीद किया कि भाजपा राज्य से न्याय करेगी, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। हमने चार साल तक इंतजार किया लेकिन कुछ भी नहीं हुआ और बजट में भी राज्य से न्याय नहीं किया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के असली विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने तीन तलाक के कानून पर प्रतिक्रिया दिया, न कि तेलुगु दिशम ने। उन्होंने कहा कि तीन तलाक कानून का विरोध करने वाला मैं पहला शख्स था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उन पर दबाव डालने की कोशिश कर रही है। नायडू ने राज्य से अन्याय के लिए भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार को आरोपी ठहराया।