गुरुग्राम में हिंदू संगठनों की गुंडागर्दी, मारपीट कर बंद करवाई मीट की दुकानें

गुरुग्राम- नवरात्र में मीट की दुकान बंद करने को लेकर बुधवार को संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने गुंडागर्दी करते हुए शहर में मीट की दुकानों को निशाना बनाया। राजीव नगर में एक मुस्लिम होटल में तोड़फोड़ और संजय ग्राम में दो मीट दुकानें बंद करवाकर दुकानदारों से मारपीट की। गैर मुस्लिमों की मीट दुकानों को भी जबरन बंद करवाकर बदसलूकी की गई। जामा मस्जिद के पास मीट शॉप को बंद करवाया गया। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही। हालांकि बाद में मारपीट के पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके विरोध में संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के सदस्य धरना पर बैठ गए। शहर में मीट व चिकन की करीब 100 दुकानों को जबरन बंद करवाया गया और दुकानदारों से बदसलूकी की गई। वहीं, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि कोई जबरदस्ती दुकानें बंद नहीं करवा सकता। पुलिस सतर्क है।

2015 से लगातार हर वर्ष नवरात्र पर जबरन मीट दुकानें बंद करवाने का सिलसिला जारी है। नवरात्र में शहर में मीट की दुकान बंद करवाने को लेकर पहले हिंदू सेना, शिव सेना, बजरंग दल, अखिल हिंदू क्रांति दल समेत 22 संगठनों से बनी संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति ने पुलिस, जिला उपायुक्त, नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर मीट दुकानें बंद करवाने की मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को नवरात्र के पहले दिन संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने शीतला माता मंदिर के परिसर में एकत्र होकर रैली के रूप में शक्ति प्रदर्शन किया। उन्हें राजीव नगर में अंसारी ढाबा का शटर बंद मिला, लेकिन इस पर ताला नहीं था। तंदूर जलता मिलने पर समिति के पदाधिकारियों ने यहां तोड़फोड़ शुरू कर दी।

पुलिस ने जब उन्हें रोका तो समिति पदाधिकारी पुलिस से उलझ गए। संजय ग्राम की एक गली में दो मीट दुकानों को मारपीट कर जबरन बंद करवाया गया। बाहर रखे सामान को भी तोड़ दिया। सेक्टर-14 थाना पुलिस ने दुकानदार माधव करण व महेंद्र करण की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने समिति के चेतन शर्मा, अभिषेक गौड, प्रवीण व विवेक आर्य को गिरफ्तार कर लिया है। उधर, जामा मस्जिद मीट मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारी पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अशोक बख्शी से मिले और गुंडागर्दी रोकने की गुहार लगाई। जिस पर उन्होंने एसोसिएशन को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया।