GDP पर नोटबंदी का असर पड़ने के बाद भी सरकार ने दबाव डालकर अच्छे आंकड़े पेश करवाए: सुब्रमण्यम स्वामी

नई दिल्ली: भाजपा के फायर ब्रांड वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी पर जबरदस्त हमला बोलते हुए मोदी सरकार की पोल खोल दी है। स्वामी ने शनिवार को सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्रीय सांख्यिकी संगठन यानी सीएसओ के वरिष्ठ अधिकारियों पर यह दबाव था, कि वे जीडीपी के अच्छे आंकड़े दिखाएं, जिससे यह प्रतीत हो कि नोटबंदी का अर्थव्यवस्था और जीडीपी ग्रोथ पर नकारात्मक असर नहीं पड़ा है।

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सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अहमदाबाद में एक कार्यक्रम में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि कृपया जीडीपी के तिमाही आंकड़ों पर न जाएं, वे सब फर्जी हैं। उनहोंने कहा कि मैं आपसे इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि मेरे पिता ने सीएसओ की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि हाल ही में मैं और केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा (सांख्यिकी मंत्री) सीएसओ के अधिकारी से बात चीत की थी।
जिसमे यह पता चला कि नोटबंदी को लेकर अच्छे आंकड़े दिखाने के लिए सरकार की तरफ से उन पर दबाव बनाया गया था। जिससे दिखे कि नोटबंदी का जीडीपी पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा है। स्वाजमी ने कहा कि मैं नर्वस महसूस कर रहा था, क्योंकि मैं जानता था कि नोटबंदी से जीडीपी बुरा असर तो हुआ है।

उधर रेटिंग एजेंसियों की रिपोर्ट पर भी सवाल उठाते हुए स्वामी ने कहा कि, मूडी और फिच की रिपोर्ट्स पर यकीन मत कीजिए। इन एजेंसियों से पैसे के बल पर किसी भी प्रकार की रिपोर्ट प्रकाशित करवा सकते हैं।

बता दें कि मूडी ने हाल ही में भारत की क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई थी। रेटिंग में ये इजाफा 13 साल बाद किया गया था। जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भारत की रैंकिंग में सुधार को मोदी सरकार के सुधारों का नतीजा बताया था।