अखिलेश के ड्रीम प्रोजेक्ट में 1600 करोड़ का घोटाला, सीएम योगी ने दिया था जांच का आदेश

लखनऊ: यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश याद के ड्रीम प्रोजेक्ट रिवर फ्रंट परियोजना में 1600 करोड़ रुपए के घोटाले का खुलासा हुआ है। सत्ता में आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस प्रोजेक्ट की जांच का आदेश दिया था। शुरुआती जांच में घोटाले का खुलासा होने के बाद परियोजना के जूनियर इंजीनियर अनिल यादव को निलंबित कर दिया गया है ।

घोटाले का खुलासा करते हुए सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहाकि इस परियोजना में बड़े पैमाने पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है। धर्मपाल सिंह ने इस तरह के घोटाले कोई अकेले नहीं कर सकता है, इसके लिए ऊपर से नीचे तक की पूरी टीम ज़िम्मेदार है।  पत्रकारों से बात करते हुए कार्रवाई के सवाल पर मंत्री ने कहाकि इस परियोजना में ज‍िस तरह से घोटालों की पर्त खुलने लगी है, उससे साफ है कि इस परियोजना में शासन स्तर पर भी वित्तीय बंदरबांट किए जाने की आशंका है। ऐसे मेंइस जांच में कई प्रमुख सचिव स्तर के अफसर भी कार्रवाई की जद में आएंगे।
सिचाई मंत्री ने कहा कि झांसी की एरज बहुद्देशीय बांध परियोजना व गोरखपुर की गंडक परियोजना में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। इस मामले की जांच होगी और दोषी अधिकारियों पर 15 दिन पर कार्रवाई की जाएगी।

सिंचाई मंत्री धर्मपाल ने कहा कि तालाब विकास प्राधिकरण की स्थापना होगी। 20 करोड़ से मुख्यमंत्री सिचाई फण्ड स्थापना की जाएगी। अखिलेश सरकार समाजवादी पेंशन योजना को अभी हाल में योगी सरकार ने निरस्त करने का फैसला लिया है ऐसे में 1600 करोड़ की घपलेबाजी का मामला आखिलेश सरकार के लिए एक बड़ा चोट माना जा रहा है।