आर्थिक सुस्ती के बाद भी तेज़ी से बढ़ी है भारत के अमीरों और पूंजीपतियों की दौलतः फार्ब्स

अमीरों की संपत्ति का आकलन करने वाली पत्रिका फार्ब्स की वार्षिक सूची ‘इंडिया रिच लिस्ट 2017’ ने यह खुलासा किया है कि भारत की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के बावजूद भारत के अमीरों की संपत्ति संयुक्त तौर पर 26 प्रतिशत बढ़ी है।

इस सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी का नाम टॉप पर है। वह लगातार 10वें साल भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बनकर उभरे हैं। उनकी कुल संपत्ति (नेटवर्थ) बढ़कर 38 अरब डॉलर यानी 2.5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।

फोर्ब्स ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक प्रयोगों का भारत के अरबपतियों पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है। पिछले एक साल के दौरान मुकेश अंबानी की संपत्ति में 15.3 अरब डॉलर यानी 67 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इस तरह वह शीर्ष स्थान पर अपनी पकड़ मजबूत करने के साथ ही एशिया के शीर्ष पांच अमीरों में शामिल होने में सफल रहे हैं।

इसके साथ ही पीएम मोदी के एक और करीबी बाबा रामदेव की कंपनी ने भी ज़बरदस्त सफलता हासिल की है। पतंजलि आर्युवेद के आचार्य बालकृष्ण लंबी छलांग लगाकर 6.55 अरब डॉलर यानी 43 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 19वें स्थान पर पहुंच गए हैं। पिछले साल वह 48वें स्थान पर रहे थे।

पत्रिका के मुताबिक, देश की तीसरी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो के अजीम प्रेमजी 19 अरब डॉलर के नेटवर्थ के साथ दूसरे स्थान पर काबिज हुए हैं। उन्होंने पिछले साल की तुलना में दो स्थान की छलांग लगाई है। दवा बनाने वाली कंपनी सन फार्मा के दिलीप सांघवी 12.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ नौवें स्थान पर रहे हैं। वह पिछले साल की सूची में दूसरे स्थान पर थे।