AMU के छात्रों का धार्मिक भेदभाव के खिलाफ राष्ट्रीय एकता के लिए पीस मार्च

अलीगढ़: AMU छात्रसंघ द्वारा धार्मिक भेदभाव के खिलाफ राष्ट्रीय एकता के लिए जुमे की नमाज़ के बाद पीस मार्च निकला गया, जिसमें सभी धर्मों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और आपसी भाईचारे का संदेश दिया.
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय परिसर में पिछले दिनों छात्रों के बीच आपसी तकरार को कुछ बदमाश मजहबी रंग दे रहे हैं. इसी संबंध में कल परिसर में छात्रों ने यह एकजुटता मार्च का आयोजन किया था.

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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में कल हुए छात्रों के झगड़े को धार्मिक रंग दिए जाने पर छात्रसंघ के अध्यक्ष फैज हसन ने कहा कि कुछ बदमाश मुस्लिम विश्वविद्यालय को बदनाम करने के लिए छात्रों के मामूली आपसी तकरार को धार्मिक विवाद बनाकर पेश कर रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों में हिंदू और मुसलमान की कोई भेदभाव नहीं है. क्लास रूम से हॉस्टल तक सब एक साथ रहते हैं और अपने अपने तरीके से अपनी धार्मिक रीति-रिवाजों को अदा करते हैं.

वहीं छात्रसंघ के उपाध्यक्ष मोहम्मद नदीम अंसारी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मुस्लिम विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण वातावरण को खराब कर रही है. उन्होंने कहा कि हम इस साजिश से प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के अन्य ज़िम्मेदारों के साथ राज्य सरकार को भी परिचित कराएंगे. उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहे. वह हमेशा आपसी भेदभाव और देश विरोधी बातें करती है, जिस से घृणा फैलती है.
छात्रा कल्पना वारशनी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब एक साथ पढ़ते हैं. हमारे बीच किसी प्रकार की धार्मिक भेदभाव नहीं है और कभी आपसी तकरार भी होती है, तो हम खुद ही आपस में सुलह कर लेते हैं. अगर कोई झगड़ा होता है तो विश्वविद्यालय प्रशासन दस्तूर के तहत कार्यवाही करती है. इसमें कोई भेदभाव नहीं बरती जाती.