आर्मी चीफ बिपिन रावत ने फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा को भारत रत्न देने की सिफारिश की

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की सिफारिश की है।

1899 में जन्मे जनरल करियप्पा 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ थे। सेना प्रमुख ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा के नाम की सिफारिश भारत रत्न के लिए की जाए।

द्वितीय विश्व युद्ध के अलावा करियप्पा ने 1947 में भारत-पाक युद्ध में भी सेना का नेतृत्व किया था।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर दूसरों को यह सम्मान (भारत रत्न) मिल सकता है तो मुझे कोई वजह नहीं दिखती कि उन्हें (फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा) यह सम्मान नहीं दिया जाए।

सैम मानेकशॉ के बाद 1986 में जनरल के. एम. करियप्पा को फील्ड मार्शल का पद दिया गया। यूं तो वह मानेकशॉ से काफी सीनियर थे लेकिन फील्ड मार्शल की पदवी उन्हें काफी बाद में मिली। यह पदवी मिलने के 6 साल बाद 1993 में उनका देहांत हो गया।