अयोध्या विवाद: अखाड़ा परिषद का दावा ‘सभी पक्ष राम मंदिर बनाने के लिए सहमत’

खनऊ: बाबरी मस्ज़्दि और राम जन्मभूमि विवाद से पूरा देश परिचित है लंबे समय तक चली कानूनी लड़ाई के बाद जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया तब ये विवाद देश की सर्वोच्च अदालत में पहुंची। विवाद शुरू होने के बाद से अब तक इस विवाद से जुड़े कुछ लोग नेता बन कर देश चलाने में लग गए तो कुछ ने इतनी तरक्की कर ली कि वो राज्यपाल और केन्द्रीय मंत्री भी बन गए। बाबरी मस्ज़िद और राम जन्मभूमि विवाद का सहारा लेकर सबका कुछ न कुछ भला हुआ लेकिन अगर कुछ नहीं हुआ तो उस विवादित भूमि और बाबरी मस्ज़िद ढांचे का, जो इस विवाद से जुड़ने वाले लोग को देश की सत्ता में एक नई पहचान मिली।
इलाहाबाद में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में अयोध्या विवाद का हल निकाल लेने का दावा किया गया है। परिषद ने यह भी कहा कि मुद्दे से जुड़े सभी पक्ष राम मंदिर निर्माण के समर्थन में हैं और जल्द ही राम मंदिर के पक्ष में सुलह का फ़ॉर्म्युले पर सभी पक्षों में लिखित समझौता हो जाएगा। इलाहाबाद में जूना अखाड़े के मौजगिरी आश्रम में रविवार को अखाड़ा परिषद की बैठक शुरू हुई। इसमें मंदिर निर्माण को लेकर सुलह के फ़ॉर्म्युले पर चर्चा हुई। बैठक के बाद पदाधिकारियों ने दावा किया कि मंदिर विवाद से जुड़े मुख्य पक्षकारों के बीच मंदिर निर्माण को लेकर सहमति बन गई है। जल्द ही सुलह के फॉर्म्युले पर सभी पक्षकारों में लिखित समझौता भी हो जाएगा। रामजन्मभूमि के प्रमुख पक्षकार महंत धर्मदास ने बताया कि बैठक में सुप्रीम कोर्ट की पहल के अनुसार सभी पक्षों की सहमति के आधार पर राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव भी पास किया गया है।