बागपत। जिले में एक मुस्लिम युवक कांवड़ यात्रा में शामिल हुआ था, इसकी वजह से उसे जुमे की नमाज के दौरान मस्जिद से कथित तौर पर निकाल दिया गया था। मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बिनौली थाना क्षेत्र के रंछाड़ गांव निवासी युवक बाबू खान का आरोप है कि उन्हें कांवड़ यात्रा में शामिल होने की वजह से मस्जिद से निकाल दिया गया। हालांकि, आरोपियों का दावा है कि खान को शराब के नशे में होने की वजह से बाहर किया गया था।
पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच हत्या के किसी मुकदमे को लेकर पहले से ही रंजिश है। पुलिस सूत्रों ने बाबू खान द्वारा दी गई तहरीर के हवाले से बताया कि वह हरिद्वार से पिछले दिनों कांवड़ लाया था और मंदिरों में जलाभिषेक भी किया था।
वह शुक्रवार को जब जुमे की नमाज अदा करने गांव की मस्जिद में गया तो कुछ लोगों ने उसे कथित तौर पर अपमानित करते हुए धक्के देकर निकाल दिया और हाथापाई के साथ-साथ गालीगलौच भी की।
इस मामले में बाबू उर्फ लतीफ, चांद और साबिर नामक व्यक्तियों के खिलाफ शुक्रवार को मुकदमा दर्ज करके उन्हें शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है।
इस मामले के संबंध में शनिवार को गांव स्थित शिव मंदिर परिसर में हिंदू समाज की पंचायत हुई। बताया जाता है कि पंचायत के बाद बाबू खान का, कांवड़िए के वेश में कांवड़ के साथ जुलूस निकाला गया।
कथित तौर पर मस्जिद से निकाले जाने की घटना को लेकर हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष दीपक बामनौली ने विरोध जताते हुए कहा है कि मंच बाबू खान के साथ है और यदि उसे तंग किया गया तो मंच सहन नहीं करेगा।
(साभार : नवभारत टाइम्स)