बिहार की नीतीश सरकार में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने अल्पसंख्यकों के एक कार्यक्रम के दौरान सार्वजनिक मंच पर टोपी पहनने से इंकार कर दिया। बिजेंद्र प्रसाद का यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। यह पूरा वाकया कटिहार में हुआ जहां सियासी एवं तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था और इस मंच पर विधान परिषद के उपसभापति हारून रशीद भी पहुंचे थे।
मंच पर सभी नेताओं का स्वागत किया और इस बीच बिजेंद्र यादव का भी जब टोपी पहनाकर स्वागत करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने इसे पहनने से इंकार कर दिया। बिजेंद्र के टोपी न पहनने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हालांकि जेडीयू ने तुंरत डैमेज कंट्रोल के तौर पर बयान जारी कर कहा कि उन्होंने टोपी कबूल कर ली थी इसलिए विवाद का कोई सवाल ही नहीं है।
#WATCH: Bihar Minister Bijendra Prasad Yadav refuses to wear a skull cap offered to him at a conference in Katihar. (30/9/2018) pic.twitter.com/JeUtoWG0tv
— ANI (@ANI) September 30, 2018
बिहार में जनचेतना मंच के अध्यक्ष मोहम्मद सलाउद्दीन ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) अब भाजपा के एजेंडे पर चल रही है इसलिए मंत्री ने टोपी पहनने से इंकार कर दिया। हालांकि इस मुद्दे को लेकर अभी विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही राम मंदिर को लेकर जेडीयू की ओर से पार्टी के महासचिव पवन वर्मा ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने हिन्दू धर्म को दुनिया का सबसे पुराना धर्म करार देते हुए कहा कि भगवान राम इस धर्म के सर्वाधिक श्रद्धेय देवता हैं।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, ‘मंदिर का निर्माण क्यों न हो?’ जेडीयू नेता ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण देश को एक बार फिर उन उच्च मूल्यों की महत्ता याद दिलाएगा, जो उनसे (भगवान राम) से जुड़े हैं।