प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने उम्मीदवार तय करने से लेकर, चुनाव प्रबंधन तक की रणनीति पर विचार विमर्श किया ।

साथ ही बताया कि पार्टी इस पर अभी विचार कर रही है कि मोदी किसी अन्य सीट से भी चुनाव लड़ेंगे या नहीं। भाजपा के एक नेता ने कहा कि जीत की संभावना पार्टी के उम्मीदवारों के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रधानमंत्री के साथ भाजपा नेतृत्व की यह पहली बड़ी बैठक थी। इसमें उम्मीदवारों के लिए मानक तय करने, चुनावी माहौल का जायजा लेने और विपक्षी गठबंधनों की स्थिति पर व्यापक विचार किया गया।

सूत्रों के मुताबिक भाजपा नेतृत्व सांसदों को लेकर एन्टी इनकम्बेंसी को रोकने के लिए कई सीटों पर बदलाव की तैयारी कर रही है। पार्टी युवा और नए उम्मीदवारों को जनता के सामने लाना चाहती है। इसीलिए 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को लोकसभा चुनाव मैदान में न उतारने का फैसला लिया जा सकता है।

पार्टी का मानना है कि पुलवामा की आतंकी घटना के बाद आतंकवाद के खिलाफ सरकार की कार्रवाई से माहौल में सकारात्मक बदलाव आया है ।सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव के साथ हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव कराने को लेकर सहमति नही बन सकी । बैठक में तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब तक के बदले माहौल को लेकर भी चर्चा हुई।