BSP- SP गठबंधन: 26 लोकसभा सीटों पर क्या होगा समीकरण?

सपा-बसपा के बीच ये बंटवारा तो हो गया कि कौन किस सीट से लड़ेगा लेकिन कई सीटों पर पार्टी की प्राथमिकता चौंकाती है। कुल मिलाकर 26 सीटें ऐसी हैं जहां उस पार्टी को दम दिखाने का मौका मिलेगा जिसे साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में अपनी सहयोगी पार्टी से कम वोट मिले थे।

अमरोहा की बात करें तो सपा उम्मीदवार को 2014 में 3 लाख 70 हजार वोट मिले थे जबकि बसपा को महज 1 लाख 62 हजार मत लेकिन सीटों का ताजा बंटवारा दिखाता है कि अमरोहा सीट बसपा को दी गई है।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, इसी तरह हरदोई सीट पर बसपा उम्मीदवार को 2 लाख 79 हजार वोट मिले तो सपा प्रत्याशी को उससे तीन हजार कम यानी 2 लाख 76 हजार। लेकिन ये सीट सपा के खाते में गई है।

इन 26 सीटों में से 12 सीट ऐसी हैं जिन पर 2014 में सपा उम्मीदवार को ज्यादा वोट मिलने के बावजूद बसपा को चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। ठीक इसी तरह 14 सीट ऐसी हैं जिन पर सपा अपने उम्मीदवारों को टिकट दे सकती है बावजूद इसके कि 2014 में उसका प्रदर्शन इन सीटों पर बसपा से कमतर रहा था।

पहले कयास लगाए जा रहे थे कि 2014 में जिस सीट पर जो दूसरे स्थान पर रहा होगा, उसे सीट बंटवारे में तरजीह मिलेगी। अब जब कई सीटों पर ये सूरते हाल नजर नहीं आ रहा तो दोनों ही दलों में कुछ असंतोष उभर सकता है। ये भी संभव है कि अंसतुष्ट नेता शिवपाल यादव की नई नवेली पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का दामन थाम लें।