मुख्यमंत्री योगी ने गिनाई 100 दिन की उपलब्धि, नहीं दिए मीडिया के सवालों के जवाब

लखनऊ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी अपनी सरकार की 100 दिनो की उपलब्धियां गिनाये और प्रधानमंत्री मोदी का अनुसरण करते हुए धन्यवाद बोलते हुए चले गए। हाल में मौजूद मीडिया योगी से कई सवालों से जवाब चाहती थी। वो ऐसे सवाल थे जो इस सौ दिनों के दौरान योगी सरकार से पूछने के लिए प्रासांगिक हो उठे थे।

सवाल-जवाब का इंतजार कर रही मीडिया आश्चर्य चकित रह गई। वह कानून व्यवस्था, गढ्ढा मुक्त सड़कें और रोमियो स्क्वायड और अवैध बूचड़खाने वाले मामले में सवाल करना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पत्रकार किसान ऋण छूट, कानून और व्यवस्था और जागरूकता पर सवाल पूछने के लिए तैयार थे।

मुख्यमंत्री योगी से एक सवाल हुआ जो मीडिया से मंझोले और छोटे अखबारों को बंद किए जाने से संबंध‍ित था जिसका मुस्कुराते हुए गोलमोल जवाब देते हुए वे अपने कैबिनेट के साथ कुर्सी से खड़े हो गए। परेशान पत्रकारों ने संवाददाता सम्मेलन बुलाने की आवश्यकता पर सवाल उठाया।

सरकारी प्रवक्ता और राज्य स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले 100 दिनों में सरकार की उपलब्धियों वाली एक पुस्तिका जारी की थी। शायद, उन्होंने महसूस किया कि उन्होंने उन सारे सवालों का जवाब दिया है जो उठाए जा सकते हैं और सवाल की कोई आवश्यकता नहीं है। यूपी में भाजपा सरकार की प्रमुख चुनौतियों में कृषि ऋण छूट और कानून-व्यवस्था, सांप्रदायिक दंगों सहित बीजेपी के चुनाव पूर्व वादे थे।

वैसे आमतौर पर कैबिनेट के बाद ब्रीफ‍िंग प्रवक्ता सिद्दार्थनाथ सिंह व श्रीकांत शर्मा करते हैं लेकिन योगी के मंच से उठने के बाद किसी ने भी मीडिया के किसी सवाल को लेने से इनकार किया। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद ने भी कहा जब मुख्यमंत्री ने कोई सवाल मीडिया के नहीं ग्रहण किए, तो अब मेरा सवालों के जवाब देना क्या उचित होगा।