यदि सत्ता में आएंगे तो कांग्रेस आरक्षण बिल पेश करेगी: हार्दिक पटेल

गुजरात चुनावअब कुछ ही हफ्ते बाक़ी हैं और इस इलेक्शन में पाटीदार को एक के फैक्टर के रूप में देखा जा रहा है

पटेल या पाटीदार समुदाय, जिनके कंधे पर सवार होकर भाजपा कई दशकों से विधान सभा इलेक्शन जीती है  लेकिन इस विधानसभा इलेक्शन में बीजेपी तब झटका लगा जब नेता हार्दिक पटेल ने विधानसभा चुनाव को लेकर लंबे समय तक सस्पेंस के बाद कांग्रेस का समर्थन करने की घोषणा की गई।

पाटीर अनमेट आंदोलन समिति (पीएएएस) नेता  पटेल ने गुजरात में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी राजनीतिक प्राथमिकता स्पष्ट कर दी है।

पीएएएस नेता ने कहा कि मैं किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होऊंगा, “लेकिन मैं अपने समर्थक को कहूंगा के आप भाजपा को अपना वोट न दें “,

हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने पाटीदार समुदाय को आरक्षण देने की बात मान ली है। गुजरात में सरकार बनने के बाद कांग्रेस आरक्षण बिल पेश करेगी।

हार्दिक ने कहा कि हमें अपने समाज के लिए काम करना है और सत्ता में रहना जरूरी नहीं है. गुजरात के विकास की झूठी तस्वीर दुनिया को दिखाई जा रही है. उन्‍होंने कहा कि हमने कांग्रेस के साथ टिकटों को लेकर कोई सौदेबाजी नहीं की है. इस लड़ाई में जो हमारे साथ होगा हम उसका समर्थन करेंगे. हमसे बार बार यह पूछा जा रहा है कि तुम कांग्रेस के एजेंट हो. गुजरात में वही राज करेगा जो लोगों को मुद्दे को आगे रखेगा.

हार्दिक ने कहा कि कांग्रेस के फॉर्मूले के अनुसार पाटीदारों को 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण संभव है। साथ ही हार्दिक पटेल ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इस बारे में प्रस्ताव आएगा। हार्दिक ने कहा कि हम कांग्रेस के समर्थन या उसके प्रचार की वकालत की बात नहीं कर रहे हैं।

हार्दिक पटेल ने बताया कि बीजेपी ने पाटीदार नेताओं को तोड़ने के लिए गंदा खेल खेला है। पैसों से बहुत से पाटीदार नेताओं को खरीदा गया है। लेकिन, अब गुजरात की जनता भाजपा की चालों को समझ चुकी है।

कौन है हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल का जन्म 20 जुलाई 1993 में चन्दन नगरी, गुजरात में भरत और उषा पटेल के घर हुआ था। हार्दिक पटेल गुजरात में पटेल समुदाय द्वारा ओबीसी दर्जे की मांग को लेकर जारी आरक्षण आंदोलन के युवा नेता हैं। यह ओबीसी दर्जे में पटेल समुदाय को जोड़कर सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण चाहते हैं। पटेल बी-काम पारित है।

जुलाई 2015 में हार्दिक की बहन, मोनिका राज्य सरकार की छात्रवृत्ति प्राप्त करने में विफल रही। इस कारण उन्होंने एक पाटीदार अनामत आंदोलन समिति का निर्माण किया। जिसका लक्ष्य अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल होना था।

(By ABDUL HAFIZ LAKHANI AHMEDABAD)