साम्प्रदायिकता के खिलाफ दलित, मुस्लिम और सेकुलर शक्तियां एकजुट हों: मौलाना अरशद मदनी

नई दिल्ली: दलित वोट बैंक पर कब्जा करने के लिए जिस तरह का ड्रामा किया जा रहा है, इस पर ज़ोरदार हमला करते हुए जमीअत उलेमा ए हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि अगर वाकई भाजपा सरकार को या प्रधानमंत्री मोदी को डॉक्टर अम्बेडकर से आस्था होती तो फिर उनके सरकार में उनकी मूर्तियाँ न तोड़े जाते।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

संविधान बनाने वाले डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर के जन्मदिन के अवसर पर बहुजन एकता मंच के बैनर तले आयोजित समारोह से ख़िताब करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि साम्प्रदायिकता का मुकाबला करने के लिए दलितों, मुसलमानों और देश के सेकुलर लोगों को एक प्लेटफार्म पर आना होगा।

डॉक्टर अम्बेडकर की जिंदगी पर लिखी गई किताब बहुजन संदेश भाग 2 को रिलीज़ करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि जब मैं यहाँ पहुंचाया तो यह भी देखा कि कुछ होर्डिंग भाजपा की ओर से भी बाबा जी की लगाई गई हैं जिसमें लिखा है कि वह बाबा जी के आभारी हैं।