दानिश इक़बाल की फिल्म ‘साधो’ का यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल में होगा प्रदर्शन

इलाहाबाद मूल के निर्देशक दानिश इक़बाल द्वारा निर्मित हिंदी फीचर फिल्म ‘साधो’ का 14 मार्च 2018 को लन्दन में आयोजित यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शन होगा। छत्तीसगढ़ के जशपुर में बनी इस फिल्म ने जिले के प्राकृतिक स्थानों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है। फिल्म माँ बच्चे की बिछड़ने की घटना पर आधारित है और इसी यात्रा में पूरा आदिवासी अंचल यहां का रहन-सहन और सांस्कृतिक झलक देखने योग्य है।

फिल्म की कहानी एक फोटोग्राफर के जशपुर भ्रमण से शुरू होती है जो अपनी गर्भवती पत्नी के साथ यहां के सौन्दर्य को अपने कैमरे में कैद करने आया है। किसी दुर्घटना में पत्नी की डिलेवरी जशपुर में ही हो जाती है और संयोगवश बच्चा एक जशपुरिया आदमी को मिल जाता है और ये आदमी उस बच्चे की माँ को ढूढने में जुट जाता है तभी बच्चा चोर गिरोह को इस बात की भनक लग जाती है और इसी उधेड़बुन्द में कहानी आगे बढती है।

कहानी की यात्रा में जश्पुरिया छोटा नागपुर लोक संस्कृति और जशपुर की पहाड़ी महक है। जो फिल्म को प्राकृतिक और पर्यटन से भी जोडती है यह जशपुर में बनी पहली फीचर फिल्म है जिसे देखना जशपुर को देखने जैसा है।फिल्म का निर्देशन विख्यात रंग निर्देशक और अभिनेता दानिश इकबाल ने किया है। इसकी पठकथा दानिश इकबाल और विभांशु बैभव ने लिखी है।

साधो के मुख्य किरदार में बिस्मिल्लाह खां पुरस्कार से सम्मानित और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से अभिनय में दक्षता प्राप्त सुकुमार टुडू ने निभाया है तथा सह अभिनय में दिल्ली की आइना,एकता सिंह राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के ही प्रसन्ना तथा जशपुर के बलबीर सिंह, दिनेश बड़ाईक, कैसर हुसैन,अमित पाण्डेय,गायत्री एवं मुख्य रूप से बाल कलाकार राजवर्धन सिंह मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। इस फिल्म का छायांकन मुंबई के नदीम ने किया है।

यह फिल्म रायपुर,खजुराहो,दिल्ली इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाई जा चुकी है जहाँ फिल्म को बहुत सराहा गया है। हरियाणा फिल्म फेस्टिवल में साधो को बेस्ट फिल्म सहित फिल्म के अभिनेता सुकुमार टुडू को बेस्ट एक्टर का भी अवार्ड मिला। फिल्म का प्रदर्शन देश के बाहर मास्को तथा लंदन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी हो चुका है।