सीरिया के जनता को बड़ी शक्तियां अभ्यास का सामान न बनाएं: मुफ़्ती मोहम्मद मुकर्रम

नई दिल्ली: मसिज्द फतेहपूरी के शाही इमाम डॉक्टर व मुफ़्ती मोहम्मद मुकर्रम अहमद ने कल नमाज़े जुमा से पहले भाषण में मुसलमानों से अपील की है कि इबादत और आपसी मामलों के भुगतान की ओर ध्यान दें।

उन्होंने कहा कि शबे मेराज की महफिल मस्जिद फतेहपुरी में शनिवार 14 अप्रैल ईशा की नमाज़ के बाद आयोजित होगी, जिसमें आलिम और शायर शामिल होंगे। शाही इमाम ने दिल्ली के शाहाबाद डेयरी क्षेत्र में डीटीसी बस में एक इमाम के साथ बदसुलूकी और प्रताड़ना की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने की मांग की।

उन्होंने कहा कि बस के स्टाफ को निर्देश दिया जाए कि वह किसी भी आपतिजनक घटना होने पर पुलिस स्टेशन में मुकदमा तुरंत दर्ज कराए। शाही इमाम ने सीरिया के मानवता विरोधी घटना पर गंभीर गुस्सा का इज़हार किया। उन्होंने कहा कि बड़ी शक्तियों अमेरिका व रूस ने सीरिया के जनता को अभ्यास का सामान बना रखा है। कभी यह हमला करता है तो कभी वह हमला करता है।

कभी केमिकल गेस छोड़ दी जाती है, लाखों लोग मर खप चुके हैं। सीरिया, फिलिस्तीन और अफगानिस्तान के अत्याचार की सूची लंबी होती चली जा रही है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के जरिये बड़ी शक्तियों को प्रतिबंध किया जाये और उन देशों में शांति स्थापित करने के लिए जल्द से जल्द कोशिश की जाए।