निजामुद्दीन में सुपुर्द-ए-खाक हुए सैयद शहाबुद्दीन,उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी हुए जनाज़े में शामिल

नई दिल्ली: भारत के पूर्व सांसद और ऑल इंडिया बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के सदस्य सैयद शहाबुद्दीन को निजामुद्दीन स्थित पंज पीरान कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। उनके अंतिम विदाई में देश के बड़े नेताओं समेत कई उल्लेमा भी शामिल हुए।

बिहार के किशनगंज से दो बार सांसद रहे सैयद शहाबुद्दीन का निधन शनिवार की सुबह नोएडा के एक अस्पताल में हो गया था। वे 82 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे।

सैयद शहाबुद्दीन पहली बार 1985 में संसदीय उप-चुनाव में जनता पार्टी के टिकट पर किशनगंज से जीते। फिर 1991 में वे दूसरी बार किशनगंज से सांसद बने। लेकिन उसके उन्हें पार्टी ने टिकट नही दिया तो वे लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ा।

बता दें कि शहीबुद्दीन सुप्रीम कोर्ट के वकील रहे और उन्होंने बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी बनाकर इसकी को आगे बढ़ाया। सैयद शाहबुद्दीन ने एक राजनयिक, एक राजदूत और एक राजनेता के रूप एक महत्पूर्ण जीवन जीया।

एक राजदूत के रूप उन्होंने विदेश मंत्रालय में दक्षिण पूर्व एशिया, हिंद महासागर और प्रशांत के प्रभारी संयुक्त सचिव का पदभार संभाला और 1989 में इंसाफ पार्टी की स्थापना कर मुस्लिम कयादत को आगे बढ़ाया।

बिहार के मुख्यमंत्री समेत कई लोगों ने उनके निधन पर संबेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि कुशल राजनेता एवं पूर्व सांसद सैयद शहाबुद्दीन जी का निधन दुखद है। यह व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।

दूसरी तरफ बिहार प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी ने ट्वीट किया है कि पूर्व सांसद और बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के नेता सैयद शहाबुद्दीन का निधन अपूरणीय क्षति है। विनम्र श्रद्धांजलि! वहीँ उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, मुशावरत अध्यक्ष नवेद हामिद भी जनाजे में शामिल हुए।