जमीयत उलेमा- ए- हिंद के चीफ ‘मौलाना अरशद मदनी’ के खिलाफ तीन FIR दर्ज

अगरतला। जमीयत उलेमा ए हिंद के चीफ मौलाना अरशद मदनी के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। मदनी के खिलाफ तीनों एफआईआर असम में एन आरसी के अपडेशन की जारी प्रक्रिया के संबंध में उनके दिये बयान को भड़काऊ बयान माना गया है और इसे लेकर दर्ज की गई है।

मदनी के खिलाफ एक एफआईआर बसिस्था पुलिस थाने(गुवाहाटी),एक फतासिल पुलिस थाने(गुवाहाटी) और एक तेजपुर पुलिस थाने में दर्ज की गई है।

नई दिल्ली में मीटिंग के दौरान जब मदनी ने भड़काऊ भाषण दिया था तब 6 बुद्धिजीवी हिरेन गोहेेन, मंजीत महंता, हैदर हुसैन, अपूर्ब कुमार बरुआ, अब्दुल मन्नन, हाफिज बशीर अहम चौधरी भी मौजूद थे। इन सभी से पुलिस पूछताछ करेगी।

असम के पुलिस महानिदेशक मुकेश सहाय ने बताया कि पुलिस मदनी की ओर से सोमवार को नई दिल्ली में एक सेमिनार के दौरान दिए गए बयानों की जांच कर रही है। डीजीपी ने गुवाहाटी में मीडिया को बताया कि हमें अभी तक तीन एफआईआर प्राप्त हुई है।

जमीयत नेता पर सोमवार को एक लेक्चर के दौरान भड़काऊ बयान देने का आरोप है। कानून अपना काम करेगा। मदनी के भाषण के साथ सभी रिकॉर्डिंग्स की जांच की जाएगी। अगर भाषण से हिंसा फैलती है तो कड़े कदम उठाए जाएंगे। बुधवार को एक पत्रकार ने बसिस्था पुलिस थाने में हिरेन गोहेन के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई थी।

मदनी ने सोमवार को नई दिल्ली में एक पब्लिक मीटिंग में कहा था, एनआरसी अपडेशन के बाद अगर 50 लाख मुस्लिमों को बांग्लादेश भेजा गया तो असम जल उठेगा और रक्तपात होगा। मदनी ने कहा था कि अगर एनआरसी से मुस्लिमों के नाम ड्रॉप किए गए तो असम में हालात विस्फोटक हो जाएंगे।

उन्होंने धमकी दी थी कि अगर राज्य के मुस्लिमों के खिलाफ अन्याय हुआ तो वे असम की सड़कों पर उतर आएंगे। मदनी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया हुए कहा था कि वह असम में म्यांमार जैसे हालात पैदा कर रही है।