2 लोगों की मौत के बाद अब खूनी हो चुके ‘सृजन घोटाले’ की FIR कराने वाला अमरेन्द्र ग़ायब

व्यापमं घोटाले की तरह अब बिहार का सृजन घोटाला भी जानलेवा साबित हो रहा है। इस घोटाले से जुड़े 2 लोगों की मौत के बाद अब इस घोटाले के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज कराने वाले नाजिर अमरेन्द्र यादव भी पिछले महीने से गायब हैं।

अमरेन्द्र यादव ने ज़िला प्रशासन की ओर से अफसरों के साथ मिलकर 7 जुलाई को घोटाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी केस के साथ यह घोटाला पहली बार सामने आया था। लेकिन जब जांच शुरु हुई तो अमरेन्द्र को भी इस घोटाले का आरोपी बनाया गया। जिसके बाद 10 जुलाई से अमरेन्द्र का कुछ पता नहीं है, वह अचानक गायब हो गया।

इसी तरह सृजन की सचिव प्रिया कुमार और उनके पति अमित कुमार भी ग़ायब हैं। जांच के बीच से ही इंडियन बैंक के मैनेजर नवीन कुमार राय भी फरार हैं। घोटाले से जुड़े लोगों की गुमशुदगी ने पूरे जांच प्राकरण पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस लोगों की गुमशुदगी से यह तो साफ हो गया है कि इनकी गिरफ्तारी से उन तमाम लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं जिनके अभी इस घोटाले में सिर्फ नाम लिए जा रहे हैं। साथ ही इनकी गिरफ्तारी से कई और नाम भी उजागर हो सकते हैं। इस घोटाले में कई बाहुबलियों और बड़े नेताओं के नाम भी लिए जा रहे हैं ऐसे में यह गुमशुदगी जानलेवा भी साबित हो सकती है।