गवर्नर हाउस RSS ब्रांच में तब्‍दील हो गया है: टीएमसी सासंद

तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने मंगलवार को पश्‍चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्‍यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी पर की गयी टिप्‍पणी का समर्थन किया जिसमें बनर्जी ने कहा था कि राज्‍य का राजभवन आरएसएस शाखा बन गया है।

राज्‍यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी पर क्रोधित मुख्‍यमंत्री बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल ने मंगलवार को मुझे कई चीजें बोलीं। राज्यपाल की इन टिप्पणियों से मैंने खुद को काफी अपमानित महसूस किया। उन्होंने मुझे धमकी दी और भाजपा के किसी ब्लॉक अध्यक्ष की तरह मुझसे बातें की।

एएनआई से बात करते हुए मुख्‍यमंत्री के समर्थन में ब्रायन ने कहा, मुख्‍यमंत्री के साथ फोन पर गवर्नर ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। यह भी एक दुर्भाग्‍य की बात है कि राज्‍य का राजभवन आरएसएस शाखा में तब्‍दील हो गया है। करीब करीब सभी बेडशील और तौलिए पर भाजपा का लोगो दिखता है।

गवर्नर भी अब गर्वनर की तरह नहीं हैं। उनकी ड्यूटी संविधान की रक्षा करना है लेकिन ऐसा जान पड़ता है कि वे आरएसएस शाखा की रक्षा कर रहे हैं और एक प्रमुख जैसा बर्ताव कर रहे हैं जो पूरी तरह अस्‍वीकार्य है। ममता का पक्ष लेते हुए ब्रायन ने आगे कहा, लोकतंत्र द्वारा मुख्‍यमंत्री का चयन किया गया है।

वे वहां कांग्रेस, भाजपा या सीपीएम के लिए नहीं हैं बल्‍कि राज्‍य की 10 करोड़ जनता के लिए हैं। यह पहली बार नहीं है जब ऐसा हुआ है और मुझे इस बात का विश्‍वास है कि यह अंतिब बार भी नहीं है। वरिष्‍ठ होने के बावजूद वे हमेशा इस तरह के ही रहे हैं। हम उन्‍हें आदर देना चाहते हैं लेकिन ऐसे समय में काफी मुश्‍किल होता है।

संविधान के धारा 155 में यह स्‍पष्‍ट तौर पर कहा गया है कि राष्‍ट्रपति गवर्नर का विरोध कर सकते और धारा 156 के अनुसार वे गवर्नर को उनके पद से हटा सकते हैं। इसलिए इसके बाद गवर्नर को जाने के लिए कहना सही होगा। उनके लिए पद छोड़ने का समय है।

यह बयान राज्‍यपाल पर मुख्‍यमंत्री द.वारा लगाए गए आरोपों के एक दिन बाद आया है। कोलकाता के राज्‍य सचिवालय में ममता ने कहा था, ‘मैं उन्‍हें यह स्‍पष्‍ट कर दूं कि वे इस तरह मुझसे बात नहीं कर सकते, मुझे धमकी नहीं दे सकते। राज्‍यपाल ने मुझे फोन किया और आपत्‍तिजनक बातें कही। वे भाजपा के ब्‍लॉक प्रेसिडेंट की तरह बोले।