गुजरात चुनाव से पहले सकते में भाजपा, मोदी सरकार के कामों खूब हो रही खिंचाई

नई दिल्ली। इन दिनों सोशल मीडिया में चल रही जुमलेबाजी में मोदी सरकार की नीतियों और काम की खूब खिंचाई हो रही है। बीजेपी को सोशल मीडिया का बेहतरीन खिलाड़ी माना जाता है, लेकिन अब पार्टी के लिए सोशल मीडिया हैंडल करना आसान नहीं रहा।

इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह प्रदेश गुजरात में एक सोशल मीडिया कैंपेन अपने उफान पर है। इस प्रचार अभियान में विकास की “सनक” पर बात की जा रही है। विधानसभा चुनावों से महज दो महीने पहले लोकप्रिय हो रहा यह कैंपेन बीजेपी की नींद उड़ाने के लिए काफी है।

राज्य में विधानसभा चुनाव सिर्फ दो महीने दूर हैं इसलिए बीजेपी किसी भी मसले पर जोखिम लेने के मूड में नहीं है। सोशल मीडिया पर भाजपा के विकास कार्यों और कार्यक्रमों का मजाक उड़ाते फोटो, जोक्स, वीडियो वायरल हो रहे हैं।

बीजेपी कि चिंता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान में साफ नजर आती है। अमित शाह ने इस सोशल मीडिया कैंपेन पर निशाना साधते हुए कहा था “मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे व्हाट्सऐप और फेसबुक पर बीजेपी के विरोध में जो बातें कही जा रहीं हैं उसपर विश्वास न करें।”

उन्होंने कहा, “किसी भी निर्णय से पहले इस बात पर गौर करना होगा कि बीजेपी के सत्ता में आने से पहले गुजरात कैसा था और आज इसमें क्या बदलाव आया है।”

गुजरात में बीजेपी पिछले लंबे समय से सत्ता में है. लेकिन राज्य में बढ़ते दलित मामले और अन्य मुद्दों ने पार्टी की छवि को प्रभावित किया है। पार्टी को चिंता है कि उसकी बिगड़ती छवि देश के अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी असर डाल सकती है।

साल 2018 में छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, राजस्थान और त्रिपुरा में चुनाव होने हैं। पार्टी का साइबर विभाग संभाल रहे रोहन गुप्ता के मुताबिक, “हमे लोगों के जेहन में इस बात को जिंदा रखना है कि विकास के नाम पर उन्हें पिछले 22 सालों के दौरान प्रशासन से क्या मिला।