ट्विंकल खन्ना ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी पर लिखा : ‘आजादी एक बार में खत्म नहीं होती’

भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की कथित साजिश की जांच के सिलसिले में पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों ने कुछ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीविओं को गिरफ्तार किया था।

इन गिरफ्तारियों पर ट्विंकल खन्ना ने बुधवार को अपने ऑफिशल ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया है जिससे लगता है कि वह इन गिरफ्तारियों के विरोध में हैं। ट्विंकल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘आजादी एक बार में खत्म नहीं होती। यह कई बार में खत्म होती है।

यह ट्वीट इन गिरफ्तारियों के विरोध में ही किया गया है। बता दें कि ट्विंकल पहले भी सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर अपने विचार जाहिर करती रही हैं।

गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में जानीमानी वकील सुधा भारद्वाज, पत्रकार गौतम नवलखा, तेलुगु कवि वरवरा राव, लेक्चरर वेरनॉन गोंजाल्विस और वकील एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता अरुण फरेरा को मंगलवार को अरेस्ट किया था।

बाद में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को झटका देते हुए निर्देश दिया था कि कस्टडी में लिए गए लोग नजरबंद रखे जाएंगे।

कोर्ट ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से ‘असहमति’ जताने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जबकि ‘असहमति तो लोकतंत्र के लिए सेफ्टी वॉल्व है।’