खबर का असर : “एक शाम मौलाना शहीद पीर अली के नाम” कार्यक्रम हुआ आयोजन

रांची :  1857 से 1947 तक के जंगे आज़ादी के दीवानें को आज की नौजवान पीढ़ी साथ ही कॉलेज/यूनिवर्सिटी/सरकारी महकमे/सत्ता भुला चुकी है, इन्ही संदर्भों में आज 07 जुलाई को ग़दर के फ़्रीडम फाइटर/जंगे आज़ादी के नगीने”शहीद मौलाना पीर अली” की शहादत दिवस पर “एक शाम शहीद मौलाना पीर अली के नाम” पर आज एक कार्यक्रम रतन टॉकीज़/कोनका रोड़,रांची में आयोजित हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत शहीद मौलाना पीर अली को उपस्थित लोगों ने मौन रह कर श्रद्धांजलि दी. शहीद मौलाना पीर अली पर एक आधार पत्र/परिचय/संघर्ष पूर्व आईपीएस धुर्व गुप्ता का नदीम खान द्वारा पढ़ा गया..

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए झारखंड आंदोलनकारी बशीर अहमद ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम की सरकार/ समाज/युवाओं को बहुत ज्यादा जरूरी है करना जब सरकार/कॉलेज/यूनिवर्सिटी भुला रही है तब यह श्रंखलाबद्ध कार्यक्रम करना बहुत सराहनीय है,जिससे 1857 से 1947 तक के जंगे आज़ादी के शहीदों को समाज जान पाए. लेखक प्रवीण परिमल ने इस कार्यक्रम की सराहना की एव मौजूदा हालात पर एक नज़्म/असार से आपने बातें रखी, गीतकार सूरज श्रीवास्तव ने गीत के ज़रिए से अपनी बातें कही. वक्ताओं ने कहा कि सरकार ही इन शहीदों को हाशिये पर रखे हुए है,इतिहास में दर्ज़ लोगों को जानबूझकर पढ़ाया नही जाता है..

इस कार्यक्रम से कार्यक्रमों की श्रंखलाबद्ध आयोजन 07 जुलाई से 15 अगस्त तक होगा जिसमें 1857 से 1947 तक शहीदों पर परिचर्चा/शहीदों एव सद्भावना पर स्कूल/कॉलेज/यूनिवर्सिटी/मोहल्ले में सेमिनार/परिचर्चा/वाद-पैंटिंग प्रतियोगिता/डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म/सद्भावना अवार्ड/ब्लड डोनेशन कैम्प/चौक-चौराहों-सड़क का नाम आज़ादी के शहीदों के नाम पर करने मामलों जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे.

इस कार्यक्रम में शहीद पीर अली के  कथित वंशज भी मौजूद रहे, जिनमें मो तस्लीम,निसार अहमद खान,लाल मोहम्मद खान, साज़िद अनवर(“सभी परपोता”चितरपुर-रामगढ़-झारखंड के) मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन सामाजिक कार्यकर्ता नदीम खान ने किया जबकि धन्यवाद मो शहीद अयूबी एव सरवर खान ने किया.

[highlight color=”yellow”]1857 के विद्रोह में मुसलमानों को संगठित करने वाले पीर अली के वंशज चितरपुर में![/highlight]

कार्यक्रम में बशीर अहमद, प्रवीण परिमल, सूरज श्रीवास्तव,प्रवीण पीटर,अफ़ज़ल अनीश,मो तस्लीम,नदीम खान,मो शाहिद अयूबी,सरवर खान,मो इफ़्तेख़ार अंसारी,जमील अख़्तर गद्दी,नाज़िश हसन,तारिक मुजीबी,मतिउर रहमान,मेराज़ अंसारी,गुलाम अरशद गॉस,इमरान रज़ा अंसारी,मो ज़ाहिद आदि उपस्थित थे.