फिलिस्तीन में इज़राइल की यहूदी बस्ती ग़ैरक़ानूनी है: संयुक्तराष्ट्र

न्यूयॉर्क: संयुक्तराष्ट्र राष्ट्र की जनरल असंबली में फिलिस्तीन के समर्थन में पांच प्रस्ताव भारी बहुमत से मंजूर की गई। इन प्रस्तावों में फिलिस्तीन में इजराइल की यहूदी पुनर्वास की कड़ी निंदा की गई और यहूदी राज्य में जोर दिया है कि फिलस्तीन विवाद के समाधान के लिए तमाम शांतिपूर्ण सूत्र इस्तेमाल किये जाएँ।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

पहला प्रसव फिलिस्तीन विवाद के निष्पक्ष समाधान के लिए शांतिपूर्ण तरीक़े का इस्तेमाल का विषय मंज़ूर की गई। प्रस्ताव के समर्थन में 157 देशों ने वोट डाला जबकि सात देशों ने कनेडा, इजराइल. जज़ायर मार्शल, मेक्रोनीजा, नावरो, जज्रे सुलेमान और अमेरिका ने विरोध की, जबकि आठ देशों ने प्रस्ताव पर राय देने में हिस्सा नहीं लिया।

दूसरा प्रस्ताव ‘अलक़दस’ के विषय से पेश की गई। इस प्रस्ताव में बैतूल मुक़द्दस में जारी इजराइली विस्तार, फिलिस्तीनियों के घरों और जायदाद की विध्वंश की निंदा के साथ पवित्र जगहों के अपमान को रोकने की मांग की गई। प्रस्ताव के समर्थन में 151 देशों ने राय दी। जबकि 6 देशों ने विरोध किया और 9 ने राय देने में हिस्सा नहीं लिया।

तीसरा प्रस्ताव फिलिस्तीन में मीडिया को पेश हो रहे मुश्किलों और पत्रकारों के समस्याओं के बारे में पेश की गई। इस प्रस्ताव के समर्थन में 155 देशों वोट डाला। 8 ने विरोध किया और 8 ने हिस्सा नहीं लिया।

चौथा प्रस्ताव में फिलिस्तीनियों के मूल अधिकारों की समर्थन की गई। इस प्रस्ताव में पक्ष में 103 देशो ने वोट दिया, 10 ने विरोध में और 57 ने हिस्सा नही लिया। और पांचवां प्रस्ताव भी फिलिस्तीनियों के पक्ष में 100 देशों ने राय दी 10 ने विरोध किया और 59 देशों ने राय देने में हिस्सा नहीं लिया।