पहलू खान के परिवार हर मुमकिन मदद दी जाएगी: जमाअत-ए-इस्लामी हिंद

नई दिल्ली: जमाअत-ए-इस्लामी हिंद का प्रतिनिधि मंडल पहलू खान के घर पहुंचा और उनके परिजनों से मुलाकात की । हरियाण के जयसिंहपुर गांव के पहलू खान की राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों की पिटाई से मौत हो गई थी ।

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जमाअत ए इस्लामी हिन्द ने प्रेस विज्ञापति जारी कर बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों के घर पहुंच कर उनसे हर संभव मदद का यकीन दिलाया। जमाअत ए इस्लामी हिन्द के उपाध्यक्ष नुसरत अली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में जमाअत के महासचिव इंजीनियर मोहम्मद सलीम दिल्ली, एवं हरियाणा जमाअत के नाज़िमे इलाक़ा ख़लीकुज्जमा भी शामिल थे।

प्रतिनिधिमंडल ने पहलु खान के दो पुत्रों इरशाद और आरिफ से मिलकर उनके पिता की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की। पहलू खान के दोनों बेटों से भी गौरक्षकों ने मारपीट की थी। घायलों में अज़मत खान की हालत गंभीर है उनके कमर की हड्डी में चोट है।

जयसिंहपुर गांव में तेरह कबीलों के लोगों की पंचायत भी हुई जिसमें जिसमें स्थानीय राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता शरीक हुए। मोहम्मद सलीम ने कहा कि पीड़ितों को दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी । पीड़ित परिवारों को कानूनी मदद भी दी जाएगी ताकि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जा सके ।

पंचायत में पहलु खान के दोनों बेटों इरशाद और आरिफ ने पूरी घटना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि हमारी रोजी-रोटी का एकमात्र जरिया दूध का कारोबार है। हम इसी सिलसिले में अपने पिता पहलु खान के साथ बाजार गए थे। हमारे पास बाजार की रसीद भी थी। लेकिन हिंसक भीड़ ने हमारी कोई बात नहीं सुनी और गाड़ी रोक कर हमला कर दिया। हमारी नकदी भी छीन ली और हमारे पिता को बुरी तरह पीटा, जिससे उनकी मौत हो गई और हमारे ऊपर ही गौहत्या केस दर्ज कर लिया गया है।

पीड़ितों का आरोप है कि हमलावरों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। न तो जिला प्रशासन और ना ही राज्य सरकार का कोई प्रतिनिधि हमारा हाल मालूम किया। हम तो बस यही चाहते हैं कि हमारे पिता के कातिलों को तुरंत सजा मिले। अज़मत खान ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने हमें परेशान किया। घायल अवस्था में अस्पताल से निकाल कर 24  घंटे थाने में रखा जिस से मेरी तबीयत और बिगड़ गई। हमारी तो एक ही मांग है कि हमें जल्द इंसाफ मिले। राज्य की सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी पार्टियों का रवैया अत्यंत उदासीन रहा है।