भ्रष्टाचार में लिप्त लोग जम्मू-कश्मीर को बदनाम करना चाहते हैं!

जम्मू कश्मीर बैंक में नियुक्तियों पर भ्रष्टाचार के लगाए आरोपों पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सफाई देते हुए कहा कि मैंने सिर्फ वही दोहराया था जो मुझे बैंक अधिकारियोंऔर शिकायतकर्ताओं ने बताया। उन्होंने बैंक को एक वंडरफुल संस्थान करार दिया।

उन्होंने कहा कि मैंने बैंक पर किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगाया है। मैंने तो सिर्फ वही दोहराया जो मुझसे मिलने आए बैंक में आवेदन करने वाले अभ्यार्थियों ने बताया था। उन्होंने यह सफाई अपने उस बयान पर दी जिसमें उन्होंने दावा किया था कि पूर्व पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के शासनकाल में सत्ताधारी वर्ग ने बैंक में चुने गए 582 उम्मीदवारों की पूरी सूची को बदलते हुए रिश्तेदारों और चहेतों को जम्मू कश्मीर बैंक में नियुक्ति का रास्ता तैयार किया था।

उन्होंने यह बयान गत दिनों निजी टीवी न्यूज चैनल के साथ साक्षात्कार में किया था।राज्यपाल ने कहा था कि जेके बैंक के चेयरमैन ने उन्हें खुद इस बारे में बताया जब उन्होंने भर्ती के लिए लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में सफल रहने वाले 40 युवाओं की शिकायतों पर उनसे बात की थी। उन्होंने चेयरमैन को चुने युवाओं को उनका हक देने का निर्देश दिया। उन्होंने वित्त सचिव से भी इस विषय में बात की।