VIDEO- अमित शाह की ‘ऐतिहासिक’ जींद रैली में ख़ाली रह गई कुर्सियाँ, ग़ायब थे लोग

हरियाणा में सत्तारूढ़ बीजेपी को ‘जाटलैंड’ जिंद की धरती रास नही आ रही है। पिछले काफी दिनों से प्रचारित बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की 15 फरवरी को जिंद में आयोजित हुई युवा हुंकार रैली पूरी तरह से फ्लॉप हो गई। रैली में एक लाख बाइकों के शामिल होने का दावा किया गया था, वह भी कोरा ही साबित हुआ। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी के बावजूद सभा स्थल की अधिकांश कुर्सियां खाली रहीं। इस रैली में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा प्रदेश के अन्य नेता भी मौजूद थे। लेकिन इसके बावजूद नेताओं के भाषण सुनने के लिए जनता का अकाल पड़ गया।

कांग्रेस पार्टी के आईटी सेल प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट कर रैली में लोगों के नहीं आने पर चुटकी ली है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अमित शाह की ‘ऐतिहासिक’ जींद रैली का हुआ ‘हाल – बेहाल’। ख़ाली रह गई कुर्सियाँ, ग़ायब थे लोग हरियाणा ने ख़ारिज किया भाजपा का भोग।”

उन्होंने ट्वीट में रैली का एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें सभा स्थल की ज्यादातर कुर्सियां खाली दिखाई दे रही हैं। वीडियो में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी के बावजूद लोग वापस लौटते नजर आ रहे हैं।

ये तस्वीरें जींद में अमित शाह के भाषण के दौरान ली गई हैं। 3-4 बार चौधरी बीरेंद्र सिंह और फिर 4-5 बार अमित शाह ने मंच से कहा कि ये रैली नहीं है बल्कि कार्यकर्ता सम्मेलन है, ये रैली नहीं कार्यकर्ता सम्मेलन है।। उसकी वजह ये है कि 2 लाख का दावा करने वाली पार्टी मुश्किल से 10 हज़ार लोग इक्कट्ठा कर पाई।।। और हां, इस कार्यक्रम का नाम "हुंकार रैली" था, कार्यकर्ता सम्मेलन नहीं।।

Posted by Khari Khari News on Thursday, February 15, 2018

इससे पहले इस रैल को लेकर खासा विवाद हो गया था। हरियाणा के जाट नेता यशपाल मलिक ने जाट आरक्षण की मांग पर जाटों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए अमित शाह की रैली नहीं होने देने का ऐलान किया था। हालांकि बाद में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से बातचीत के बाद उन्होंने अपने विरोध को वापस ले लिया था। इसके अलावा रैली में एक लाख बाइक की भीड़ को लेकर एनजीटी ने भी हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया था।

इससे पहले भी यहां हुई बीजेपी की कई रैलियां फ्लॉप हो चुकी हैं। 2016 में 11 सितंबर को जींद के इसी स्टेडियम में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली हुई थी, जो पूरी तरह से फ्लॉप रही थी। इसके बाद उसी साल अक्टूबर में वाल्मिकी जयंति के अवसर पर हुई रैली भी फ्लॉप हुई थी, जिसमें सीएम मनोहर लाल खट्टर समेत राज्य के तमाम बड़े नेता मौजूद थे।