पत्रकार खशोगी हत्या: रिपोर्ट में सऊदी के प्र‍िंस सलमान पर संदेह, मौत का सामान में थीं सिरिंजें और कैचियां

सरकार समर्थक एक तुर्क अखबार ने मंगलवार को कहा कि इस्तांबुल भेजे गए 15 लोगों के दल के पास कैंचियां, डिफाइब्रिलटर और सिरिंजें थीं, जिसका इस्तेमाल सऊदी वाणित्य दूतावास में शायद पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के लिए किया गया होगा. तुर्की के अखबार ‘सबाह’ में सामान की एक्सरे छवियां प्रकाशित की गई हैं. उधर, न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार वाणिज्य दूतावास में दल के एक सदस्य ने फोन पर अपने किसी वरिष्ठ को कहा था कि ”अपने बॉस को बता दें” कि अभियान मुकम्मल हुआ. संदेह है कि बॉस शब्द शहजादा मोहम्मद बिन सलमान के लिए इस्तेमाल हुआ है.

रिपोर्ट के मुताबिक इन सामान में 10 फोन, पांच वाकी-टॉकी, इंटरकॉम, दो सिरिंज, दो डिफाइब्रिलेटर, एक सिग्नल जाम करने की मशीन, कई स्टेपलर और कैंचियां थीं. सऊदी टीम का नेतृत्व माहिर अब्दुल अजीज मुतरिब कर रहे थे. तुर्क मीडिया उन्हें खशोगी हत्या के अभियान का प्रमुख करार दे रहा है.

तुर्क मीडिया ने 59 साल के खशोगी की हत्या की भयावह तफ्सील प्रकाशित की है. एक तुर्क अभियोजक के अनुसार दो अक्टूबर को तुर्क मंगेतर से शादी के लिए जरूरी कागजात हासिल करने के लिए खशोगी के वाणिज्य दूतावास में दाखिल होने के साथ ही उनका गला घोंट दिया गया था और शव को टुकड़े टुकड़े कर दिया गया था.

‘सबाह’ की रिपोर्ट में बताया गया है कि सऊदी दल के साथ आए सामान दो विमानों में लादा गया था जो दो अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 1520 बजे और 1946 बजे रियाद से रवाना हुए थे.