अलवर लिंचिंग में अब तक 3 गिरफ्तार, धरने पर बैठे अकबर के परिजन, शव दफन करने से इनकार

राजस्थान के अलवर में गो तस्करी के आरोप में हरियाणा के रकबर खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. मृतक रकबर खान हरियाणा के कोलगांव का रहने वाला था. इस लिंचिंग केस में पुलिस ने तीसरी गिरफ्तारी भी कर ली है.

अलवर में गोरक्षा के नाम पर हुई इस लिंचिंग की घटना को लेकर राजस्थान में हंगामा मचा हुआ है . शनिवार को पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद अब एक और गिरफ्तारी की गई है. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों के नाम परमजीत, धर्मेंद्र यादव और रमेश शर्मा है. रमेश को आज ही पकड़ा गया है.

वहीं, इस घटना से गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने शव को लेकर नेशनल हाईवे जाम कर दिया. परिजनों ने मामले के सभी छह आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव को दफनाने से इनकार कर दिया था. हालांकि, राजस्थान सरकार और पुलिस आश्वासन के बाद परिजन माने और शव को सुपुर्द-ए-खाक करने को तैयार हुए.

आधी रात को पुलिस को मिली थी सूचना

एडीजी के मुताबिक शनिवार रात 12:40 बजे पुलिस थाना रामगढ़ को सूचना मिली कि दो व्यक्ति गायों को तस्करी के लिए राजस्थान से हरियाणा की ओर लेकर जा रहे हैं. इस सूचना पर कांस्टेबल मोहन सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारी जांच-पड़ताल के लिए रवाना हुए. जब ये थाने से निकल रहे थे, तभी सूचना देने वाला व्यक्ति नवल किशोर शर्मा रास्ते में मिला.

पुलिस फौरन लाल मंडी गांव पहुंची, जहां धर्मेंद्र यादव और परमजीत सिंह सरदार दो गायों को लेकर खड़े थे. वहां पास में एक व्यक्ति घायल अवस्था में कीचड़ में पड़ा था. पुलिस वालों ने टॉर्च जलाया और उसके ऊपर से कीचड़ साफ किया. इसके बाद उसका नाम और पता पूछा, जिस पर उसने अपना नाम अकबर पुत्र सुलेमान निवासी हरियाणा बताया. बेहोश होने से पहले अकबर ने पुलिस को सुनाई आपबीती 28 वर्षीय अकबर ने बताया कि वह हरियाणा में नूह जिले के फिरोजपुर झिरका के कोल गांव का रहने वाला है. उसने बताया, ‘मैं और मेरा साथी असलम दो गाय खरीदकर लाड़पुर से पैदल लालवंडी के जंगल के रास्ते अपने गांव जा रहे थे. वहां कुछ लोगों ने गौ तस्कर समझकर हमारे साथ मारपीट की. इससे मेरी पसलियां टूट गईं हैं और हाथ-पैर में चोटे आई हैं.’एडीजी के मुताबिक इतना कहने के बाद अकबर बेहोश हो गया. उसे फौरन पुलिस जीप में रामगढ़ अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.

 पुलिस ने आईपीसी की धारा 321, 148, 341, 323, 302 और 34 के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. हमलावरों की संख्या पांच से छह बताई जा रही है.

पुलिस के मुताबिक हमलावरों ने रकबर को लात-घूसों से मारा और किसी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया. एडीजी ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम के साथ रवाना हो गए. घटनास्थल से डरकर भागे असलम की खोजबीन जारी
मृतक के परिजनों को सूचित करने के बाद पोस्टमार्टम किया गया. वहीं, घटनास्थल से डरकर भागे असलम की खोजबीन की जा रही है और गायों को संरक्षण हेतु गोशाला भेज दिया गया है. मौके पर मौजूद धर्मेंद्र यादव और परमजीत सिंह सरदार को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. मामले के बाकी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.