पीडीपी नेताओं द्वारा कश्मीरी छात्र-छात्राओं को देहरादून से वापस ले जाने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई संबंधी उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बयान को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शर्मनाक बताया है।
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने देहरादून से पीडीपी नेताओं द्वारा कश्मीरी छात्र-छात्राओं को कश्मीर ले जाने पर आपत्ति की थी। महाराज ने देहरादून में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों को कश्मीर ले गए पीडीपी नेताओं पर मुकदमा दर्ज करने की मांग तक उठा दी थी।
Bjp Minister from Uttarakhand wants to slap an FIR against PDP leaders who travelled to Dehradun to comfort & facilitate travel back home for students in panic.Instead of initiating action against goons responsible, he wants to punish innocent Kashmiris. #Shame
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 21, 2019
सतपाल महाराज ने कहा था कि ‘मेरे संज्ञान में आया है कि पीडीपी नेता देहरादून से बच्चों को ले जा रहे हैं, जो उचित नहीं है। ये नेता बच्चों के अभिभावक नहीं हैं, ये उत्तरदायित्व उनके अभिभावकों का है। उन नेताओं पर एफआईआर होनी चाहिए।
कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा का भार हमारी सरकार के ऊपर है। ऐसा नहीं है कि वे असुरक्षित हैं। देश के प्रति नागरिकों का जो विश्वास और निष्ठा है, वो उनमें भी होनी चाहिए।’
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, महाराज के इस बयान पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्वीट में तीखी प्रतिक्रिया दी है।
महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘उत्तराखंड के भाजपा मंत्री उन पीडीपी नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना चाहते हैं, जो देहरादून जाकर परेशान कश्मीरी छात्रों को ढांढस बंधाने और उन्हें वापस ले जाने आए थे।
इस मामले में अराजक तत्वों पर कार्रवाई करने की बजाए वह बेकसूर कश्मीरियों को सजा देना चाहते हैं। अंत में महबूबा ने इसे शर्मनाक (शेम) लिखा।’