मालदीव और भारत के बीच दरार बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। मालदीव ने भारत को झटका देते हुए उनका दिया हुआ तोहफा वापस ले जाने के लिए कहा हैै। दरअसल भारत सरकार ने मालदीव को 2 नौसेना हेलिकॉप्टर तोहफे के तौर पर दिए थे जिसका इस्तेमाल वह अपने द्वीपों की निगरानी के लिए करता है।
सूत्रों के मुताबिक मालदीव ने एक हेलिकॉप्टर को लौटाते हुए कहा कि वह भारत के ध्रुव अडवॉन्स्ड लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) की बजाय डॉर्नियर मैरिटाइम सर्विलान्स एयरक्राप्ट चाहता है।
जिस हेलिकॉप्टर को मालदीव लौटाना चाहता है वह अद्दू द्वीप पर ऑपरेट करता है। हालांकि भारत सरकार मालदीव की अब्दुल्ला यमीन सरकार के साथ बातचीत कर रही है।
मालदीव के सरकारी सूत्र के हवाले से कहा गया कि समुद्र की निगरानी के लिए मालदीव ‘डॉर्नियर’ हेलिकॉप्टर चाहता था लेकिन भारत ने उसे हल्के वजन का आधुनिक ‘ध्रुव’ हेलिकॉप्टर भेंट किया था।
इसी ध्रुव हेलीकॉप्टर को उसने लौटाने की पेशकश की है। वहीं सूत्रों के अनुसार मालदीव लामू द्वीप पर ऑपरेट कर रहे दूसरे भारतीय हेलिकॉप्टर को भी वापस देने के बारे में सोच रहा है।
बता दें कि चीन को टक्कर देने के लिए भारत ने मालदीव में काफी निवेश किया है। वह कई सालों से मालदीव को सैन्य सहायता दे रहा है। भारत ने मालदीव को ध्रुव गिफ्ट करने के साथ ही 6 पायलट और दर्जनों ग्राउंट स्टाफ भी दिया है। इसके अलावा 10 कोस्टल सर्विलांस रेडार सिस्टम (CSRS) विकसित करने में भारत मालदीव की मदद कर रहा है।