मिनहाज अंसारी की मौत पुलिस की पीटाई से हुई, CID ने दरोगा हरीश पाठक को दोषी माना!

झारखंड के जामताड़ा जिले के मिन्हाज अंसारी की मौत पुलिस पिटाई से हुई थी। सीआईडी की जांच में यह खुलासा हुआ है। मामले में नारायणपुर के थानेदार हरीश पाठक को गैर इरादतन हत्या का दोषी पाया गया है। अब पाठक के खिलाफ सीआईडी जल्द चार्जशीट दायर करने की तैयारी में है।

दरअसल, 2 अक्टूबर 2016 को जामताड़ा के ज्योति क्लब नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर मिन्हाज ने मांस के साथ अपनी तस्वीर डाली थी। पूरे मामले में नारायणपुर थाने में मांस को प्रतिबंधित मांस बताते हुए शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पुलिस ने 3 अक्टूबर 2016 को मिन्हाज को हिरासत में लिया था। हिरासत में ही पिटाई के दौरान मिन्हाज की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।

सीआईडी की जांच में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात की भी पुष्टि हुई कि मिन्हाज अंसारी को नारायणपुर थाना लाने के बाद पीटा गया था। पिटाई के बाद मिन्हाज की तबीयत काफी बिगड़ गई थी। तब उसे जामताड़ा के सदर अस्पताल ले जाया गया था।

वहां से डॉक्टरों ने उसे धनबाद के पीएमसीएच अस्पताल रेफर कर दिया था। बाद में मिन्हाज को रांची के रिम्स इलाज के लिए भेजा गया। हालांकि जामताड़ा पुलिस ने दावा किया था कि दिमागी बीमारी की वजह से मिनहाज की मौत हुई थी।

मिन्हाज अंसारी की मौत का मामला पूरे देश में चर्चा में रहा था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले में राज्य सरकार को जांच का आदेश दिया था। इसके बाद नारायणपुर थाने में दर्ज मिन्हाज की मौत से संबंधित कांड का अनुसंधान सीआईडी ने टेकओवर किया था। दरोगा हरीश पाठक के खिलाफ मिन्हाज के पिता उमर मियां ने हत्या का मामला भी दर्ज करवाया था।