सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ड्यूटी से गायब 2 डाक्टर और 18 कर्मचारी, एक दिन का वेतन काटने के आदेश

मिर्ज़ापुर: जिले के सीएमओ ने गुरुवार को अचानक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज का दौरा किया तो पाया कि ड्यूटी पर दो डाक्टर और 18 कर्मचारी नहीं हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने ड्यूटी से गायब इन कर्मचारियों के एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया गया है और इस मामले में उनको स्पष्टीकरण देने को कहा है। सीएमओ के अचानक दौरे से अस्पताल के कर्मचारियों में हडकंप मच गई और जो जहां था वहीं से अपने कमरे में पहुंचना शुरू कर दिया।
सीमएओ डा. विधु गुप्ता ने की गुरूवार सुबह आठ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मौजूदा हालात जानने के लिए स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंच गए और पाया कि स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकिसाधिकारी डा. आशुतोष दूबे ही नहीं आए हैं। इसके अलावा डा.आरके गुप्ता भी ड़यूूटी पर नहीं मौजूद हैं। उपस्थितिपंजिका मंगवाकर देखा कि फार्मासिस्ट, नर्स, वार्ड ब्याय समेत अधिकांश कर्मचारी गायब थे। यह देखते ही भड़क गए। कहा कि मरीज हमारे लिए सर्वोपरि है। दवा व चिकित्सक रोगी के लिए सर्व सुलभ होना चाहिए। सरकार प्रत्येक अस्पताल को दवा व चिकित्सक पर्याप्त दिया है। इसलिए रोगी के दवा देने तथा उसका इलाज करने में किसी प्रकार की उदासीनता क्षम्य नहीं होगी। चेतावनी दी कि कर्मचारी अपने अपने अंदर बदलाव लाएं। पुराने ढर्रे पर अब काम नहीं चलने वाला है। सीएमओ के इस कार्यवाई से स्वास्थ्य केंद्र में अफरातफरी का माहौल रहा। ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी दूसरों को फोन पर सूचना देकर बुलाते रहे लेकिन समय से कोई नहीं पहुंच पाया। कुछ महिला कर्मचारियों ने बताया कि वे मिर्जापुर में रहती हैं। वहां से आने में सड़क  खराब होने के कारण कभी-कभी देर हो जाती है।  इसके बावजूद सभी  लोग समय से पहुंचने का प्रयास करते है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि बहानेबाजी से काम नहीं चलने वला। शासन इस मामले में सख्त है और किसी को बख्शा   नहीं जाएगा। बता दें कि जब से यूपी में योगी सीएम बने हैं तब से यूपी के सभी अस्पतालों में डाक्टरों और कर्मचारियों को समय से आने का निर्देश दिए गए हैं साथ ही निजी प्रैक्टिस पर रोक लगा रखी है।