मुंबई: नॉनवेज खाने वालों को घर नहीं दे रहे थे बिल्डर्स, राज ठाकरे की MNS ने लगाई लताड़

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने अब ऐसे बिल्डर्स के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है जो नॉनवेज खाने वालों को फ्लैट बेचने से मना करते हैं। मुबंई में सोसायटीज़ में धर्मविशेष के लोगों को रहने के लिए जगह भी नहीं दी जाती है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ऐसे बिल्डरों को चुन कर उनके खिलाफ लोगों को लामबंद करने का काम करेगी।

राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने आरोप लगाया है कि मुंबई में कुछ बिल्डर मांसाहारी खाने वालों को फ्लैट नहीं बेच रहे हैं। साथ ही खरीद-बिक्री में भी भेदभाव करते हैं।

मुंबई महानगरपालिका में मनसे के पदाधिकारी संदीप देशपांडे ने बताया कि मांसाहारी होने के कारण खरीददारों को फ्लैट नहीं बेचा जा रहा है।

देशपांडे ने एक बिल्डर को पत्र लिखकर कहा, ‘हमें शिकायत मिली है कि आपने जाति, धर्म और खानपान की प्रवृत्ति (शाकाहारी-मांसाहारी) के आधार पर भेदभाव कर कुछ खरीदारों को फ्लैट बेचने से मना किया है।’

पत्र में चेतावनी दी गई है कि इस संबंध में मनसे की बात नहीं मानने वाले बिल्डरों को पार्टी के रोष का सामना करना पड़ सकता है। मनसे सूत्रों ने बताया कि अपील पर एक प्रमुख बिल्डर की तरफ से फौरन प्रतिक्रिया आई है, जिसने लिखित आश्वासन दिया है कि वह किसी तरह का भेदभाव नहीं करेगा।

बीएमसी ने भी ऐसे बिल्डरों के प्रस्ताव रद्द करने का ऐलान किया है। बीएमसी की स्थाई समिति ने एक इस बारे में एक प्रस्ताव भी पारित किया है।

हाल ही में मुंबई महानगरपालिका ने मांसाहारियों को फ्लैट देने से मना करने वाले बिल्डरों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की अपील की थी ।